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बिहार के दो सीटों पर हुए उपचुनाव में किसे होगा फायदा, कौन जाएगा नुकसान में, क्या कहते हैं रुझान

बिहार के दो सीटों पर हुए उपचुनाव में किसे होगा फायदा, कौन जाएगा नुकसान में, क्या कहते हैं रुझान

PATNA : बिहार में दो सीटों पर शनिवार को उपचुनाव संपन्न हो गए हैं। तारापुर व कुशेश्वरस्थान में लगभग 50 फीसदी वोटिंग हुई है। इसके साथ ही दोनों सीटों पर राजद और जदयू की तरफ से जीत की दावेदारी पेश कर दी गई है। लेकिन इन दोनों क्षेत्रीय पार्टियों में जनता ने किसे अपने प्रतिनिधि चुनने का मौका दिया है। इसका फैसला मंगलवार को होगा। लेकिन उससे पहले ही दोनों सीटों पर हुए मतदान का रुझान सामने आ गया है।

जदयू को हो रहा है फायदा

चुनाव प्रचार के दौरान तेजस्वी ने भारी भीड़ जुटाकर यह दिखाने की कोशिश की इस बार उनकी जीत पक्की है। वहीं लालू प्रसाद की सभा ने इसे दावे को और बढ़ा दिया। लेकिन दोनों सीटों पर जो रूझान सामने आए हैं, वह राजद के लिए निराश करनेवाले हैं। एक हिंदी दैनिक समाचार के अनुसार वोटरों के सर्वे में दोनों जगहों पर मुकाबला कांटे का रहा। JDU सत्तारुढ़ दल जरूर है, लेकिन RJD ने कड़ी टक्कर दी है। लेकिन यहां जदयू बाजी मारती नजर आ रही है। 

रुझान के अनुसार दोनों सीटों पर NDA के सभी दलों ने मिलकर इस चुनाव को लड़ा। जिसका फायदा उन्हें मिलता नजर आ रहा है। जबकि महागठबंधन के दोनों प्रमुख दलों कांग्रेस और राजद को आपसी लड़ाई का नुकसान उठाना पड़ा है। कुशेश्वरस्थान और तारापुर के मतदाताओं के अनुसार उन्होंने विकास को प्राथमिकता देते हुए वर्तमान सरकार के साथ जाने का फैसला किया है। यानी, उन्होंने JDU को वोट किया है।

 कुशेश्वरस्थान में जदयू को सहानुभूति का मिला लाभ

JDU ने अपने दिवंगत विधायक शशिभूषण हजारी के पुत्र अमन हजारी को टिकट देकर सहानुभूति वोट लेने की पूरी कोशिश की, जिसमें वह सफल होती दिख रही है। जबकि कुशेश्वरस्थान में महादलित और यादव समुदाय के बीच में अदावत रही है। RJD इससे पहले कभी वहां चुनाव नहीं लड़ी है। RJD ने महागठबंधन में टूट करते हुए कांग्रेस को अलग कर वहां अपना उम्मीदवार दिया। लेकिन वह यहां कामयाब होती नजर नहीं आ रही है। 

तारापुर में तेजस्वी के दांव का थोड़ा प्रभाव

तारापुर विधानसभा उपचुनाव के लिए प्रतिपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने राजनीति के सारे दांव-पेंच अपनाते हुए जिस तरह अपने परंपरागत यादव समुदाय को टिकट न देते हुए वैश्य समाज के अरुण साह को टिकट दिया, उसका असर मतदाताओ पर भी नजर आया।वैश्य समाज के लोगों ने खुलकर NDA के पक्ष में वोट नहीं किया है। JDU को तारापुर में वोटरों को मोबिलाइज करने में काफी मशक्कत करनी पड़ी है। JDU ने हर बार की तरह कुशवाहा समाज से राजीव कुमार सिंह को टिकट देकर अपनी दावेदारी को मजबूत तरीके से रखा है। 

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