Bihar flood: बिहार के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में सरकारी राहत कार्य शुरू हो गया है. वायु सेना की मदद से पीड़ित परिवारों तक एयर ड्रॉप के माध्यम से खाद्य सामग्री पहुंचाई जा रही है. मुख्यमंत्री के निर्देश के बाद वायु सेना के हेलिकॉप्टर को लगाया गया है.सीतामढ़ी के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में एयर ड्रॉपिंग शुरू हो गई है.
एयरफोर्स का हेलिकॉप्टर लगाया गया
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज कोसी, गंडक एवं गंगा नदी के बाढ़ प्रभावित क्षेत्र का हवाई सर्वेक्षण कर जायजा लिया. इसके बाद प्रभावित इलाकों में राहत एवं बचाव कार्य युद्ध स्तर पर चलने का निर्देश दिया. मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि वरीय अधिकारी लगातार स्थल पर कैंप करें. क्या-क्या करने की जरूरत है उसे देखें ,ताकि लोगों को कोई परेशानी नहीं हो. मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य के खजाने पर पहला अधिकार आपदा पीड़ितों का है. बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में नाव संचालन, पॉलिथीन सीट्स ,राहत सामग्री की उपलब्धता एवं वितरण की पूरी व्यवस्था करें . जहां राहत सामग्री पहुंचाने में परेशानी हो रही है, उन क्षेत्रों में खाद्द पैकेट और राहत सामग्री वायुसेना की मदद से एयर ड्रॉपिंग कराएं.
उत्तर बिहार के जिलों में अचानक आई बाढ़ से आम जनजीवन त्राहिमाम कर रही है. लाखों की आबादी बाढ़ पीड़ित हो गई है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज बाढ़ से प्रभावित क्षेत्रों का एरियल सर्वे किया है.बाढ़ पीड़तों को हर संभव मदद करने का आदेश दिया गया है. इधर, कृषि विभाग के मंत्री मंगल पाण्डेय ने आज उत्तर बिहार के जिलों में अचानक आई बाढ़ से हुई फसल क्षति के संबंध में कृषि विभाग के सचिव संजय कुमार अग्रवाल एवं अन्य विभागीय अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की . बैठक में मंत्री द्वारा बाढ़ के कारण हुए फसलों के नुकसान का एक सप्ताह के अन्दर आकलन करने का निदेश विभागीय अधिकारियों को दिया गया। मंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में राज्य की सरकार आपदा की इस घड़ी में किसानों के साथ पूरी दृढ़ता के साथ खड़ी है। किसानों को हर संभव सहायता उपलब्ध कराने का निदेश विभागीय अधिकारियों को दिया गया है। कहा कि प्रारंभिक संभावित अनुमान के अनुसार अत्यधिक वर्षापात तथा पड़ोसी देश नेपाल से आई बाढ़ के कारण बिहार के 19 जिलों के 92 प्रखंड बाढ़ से प्रभावित हुए हैं, जिसमें कुल 673 पंचायतों में लगभग 2,24,597 हेक्टेयर रकवा प्रभावित होने की सूचना है। प्रभावित क्षेत्रों में 91,817 हेक्टेयर रकवा में फसलों की क्षति 33 प्रतिशत से अधिक होने का संभावित अनुमान है।