Bihar land survey: बिहार में भूमि सर्वे का कार्य शुरू किया गया है. राज्य सरकार आधी-अधूरी तैयारी के साथ जमीन सर्वेक्षण करने मैदान में उतरी है. लिहाजा रैयतों के साथ-साथ सर्वे कर्मियों को भी भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. रैयतों को अपने जमीन के कागजात निकालने के लिए सीओ जबरन पैसे ले रहे. कहा जा रहा है कि जब से सर्वे कार्य शुरू हुआ है तब से एक-एक अंचल अधिकारी और डीसीएलआर ने 50 लाख से 1 करोड़ रू की वसूली की है. यह खुलासा प्रशांत किशोर ने किया है. राजधानी में जनसुराज पार्टी की स्थापना के बाद जनसमूह को संबोधित करते हुए प्रशांत किशोर ने यह खुलासा किया. उन्होंने कहा कि बिहार में सर्वे से नहीं बल्कि भूमि सुधार से समस्या का समाधान होगा.
सर्वे से नहीं भूमि सुधार लागू करने से खत्म होगा जमीनी विवाद
प्रशांत किशोर ने कहा कि इन दिनों किसान बहुत परेशान हैं. नीतीश कुमार आजकल एक नया रोग छोड़ें हैं. सर्वे करा रहे हैं. घर-घर में गोली चलवा देगा, भाई- बहन, चाचा-भतीजा, बाबूजी- भैया सब में मारामारी करवा दिया है . करवाया है कि नहीं करवाया है ? आप लोग बोलिए . उन्होंने कहा कि कि अपना खतियान निकालने के लिए लोगों को 2000-4000 रू घूस देना पड़ रहा है. एक-एक सीओ और डीसीएलआर एक महीना में जब से सर्वे कार्य शुरू हुआ है, लोग बता रहे हैं कि लोगों से 50 लाख से 1 करोड रुपए लोगों से वसूल कर लिया है. आप लोग बताइए हुआ है कि नहीं वसूली ? हम लोगों का डिमांड है की सर्वे से नहीं बल्कि भूमि सुधार लागू होनी चाहिए. जब सरकार को पता ही नहीं है की भूमि का मालिक है कौन है ? रजिस्टर-2 अपना है ही नहीं, सरकार को पता ही नहीं है की जमीन है किसकी है ? और आपसे ही पूछा जा रहा है कि जमीन तुम्हारा है कि तुम्हारे बहन का है ? यह देखिए नीतीश कुमार का खेल. जन सुराज का संकल्प है, 5 बरस लगेगा यहां, पूरी तरह से भूमि सुधार लागू होगा.
बता दें, प्रशांत किशोर ने बच्चों, महिलाओं नौजवानों, बूढ़ों और किसानों की समस्या दूर करने को लेकर अपना एजेंडा बताया. उन्होंने कहा कि वे एक झटके में बिहार से शराबबंदी खत्म कर देंगे. शराबबंदी खत्म करने के बाद शराब के टैक्स से जो पैसा आयेगा उसे शिक्षा पर खर्च करेंगे. शिक्षा की आधुनिक व्यवस्था बनायेंगे. वृद्धों को 2 हजार रू मासिक पेंशन देंगे. नौजवानों को रोजगार देने की व्यवस्था करेंगे.