Flood in Bihar: बिहार इस समय बाढ़ की भयंकर विभीषिका का दंश झेल रहा है। पड़ोसी देश नेपाल में हुई भारी बारिश के कारण बिहार के कोसी बराज से लगभग 6,61,295 क्यूसेक पानी छोड़ा गया है। जिसके कारण बिहार के कई जिले बाढ़ की चपेट में आ गए। करीब 1.49 लाख लोग बाढ़ से प्रभावित है। इसी बीच बाढ़ की तबाही को देखते हुए केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने पटना में बड़ी बैठक बुलाई है। केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय की अध्यक्षता में इस बैठक में एनडीआरएफ औऱ एसडीआरएफ के साथ-साथ कई अधिकारियों को बुलाया गया है।
गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय एनडीआरएफ औऱ एसडीआरएफ के अधिकारियों के साथ बैठक में बाढ़ की स्थिति की समीक्षा कर रहे हैं। बैठक का मुख्य एजेंडा यही है कि बाढ़ के कारण जितने भी जिले प्रभावित हो रहे है। उन्हें जल्द से जल्द राहत एवं बचाव कार्य पहुंचाया जाए। नित्यानंद राय ने अधिकारियों को निर्देश दिया है कि राहत बचाव कार्य में किसी तरह की कोताही ना बरती जाए। सभी प्रभावित जिलों में राहत कार्य जारी रहे।
दरअसल, नेपाल में लगातार हो रही बारिश से उत्तरी बिहार में बाढ़ के हालात उत्पन्न हो गए हैं। पड़ोसी देश में भारी बारिश की वजह से गंड़क और कोसी बराज से रिकार्ड पानी छोड़ा गया है। कोसी बराज से 1968 के बाद पहली दफे आज(रविवार) सुबह 6.61,295 क्यूसेक पानी रिलीज किया गया है। जल संसाधन विभाग की तरफ से बताया गया है कि नेपाल में भारी वर्षा के कारण आज (29 सितंबर 2024) सुबह 5 बजे कोसी बराज, वीरपुर से 6,61,295 क्यूसेक जलस्राव हुआ है, जो 1968 के बाद सर्वाधिक है। तटबंधों की सुरक्षा के लिए जल संसाधन विभाग की टीमें दिन-रात तत्पर हैं। सभी को सतर्क रहने की जरूरत है।
बिहार सरकार संभावित बाढ़ के खतरे को लेकर अर्लट है। जलसंसाधन विभाग ने बताया है कि संवेदनशील व अति संवेदनशील स्थलों के पर्यवेक्षण के लिए 45 कनीय अभियंता, 25 सहायक अभियंता, 17 कार्यपालक अभियंता व 3 अधीक्षण अभियंताओं की प्रतिनियुक्ति की गई है। गंडक-कोसी में जलस्तर बढ़ने से गंगा नदी के जलस्तर में वृद्धि की आशंका है। बिहार में भी गंड़क, कोशी, बागमती समेत अ्य नदियां उफान पर हैं. बिहार के आपदा विभाग के अनुसार गंडक, कोसी, बागमती, महानंदा एवं अन्य नदियों के जलस्तर में वृद्धि होने से बिहार के 13 जिले बाढ़ग्रस्त हुए हैं ।
पटना से वंदना की रिपोर्ट