लखनऊ: देश की सबसे बड़ी पार्टी भारतीय जनता पार्टी इन दिनों सदस्यता अभियान चला रही है बता दे कि पहले चरण के सदस्यता अभियान समाप्त होने के बाद अब दूसरे चरण की शुरुआत होने जा रही है इसको लेकर आज भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष के नेतृत्व में बैठक बुलाई गई है जिसमें तमाम क्षेत्र के विधायक और सांसद भी मौजूद है। बता दें कि यह सदस्यता अभियान 1 अक्टूबर से 15 अक्टूबर तक चलाया जाएगा जिसमें लक्ष्य है कि ढाई करोड़ से तीन करोड़ लोगों को जोड़ना जिस तरह से बता दें भारतीय जनता पार्टी लगातार सदस्यता अभियान के तहत लोगों को जोड़ने का काम कर रही है तो इससे कहीं ना कहीं भारतीय जनता पार्टी को खासा फायदा देखने को मिलेगा । बता दे की सदस्यता अभियान का कार्यक्रम राजधानी लखनऊ के विश्व सरिया हाल में आयोजित किया गया। इस दौरान उत्तर प्रदेश सरकार के मंत्री दानिश आजाद अंसारी का कहना है कि भारतीय जनता पार्टी अपने संकल्पों पर काम करती है और जो उल्लू-जल बयान देते हैं हम लोग उसे पर ध्यान नहीं देते हैं हम विकास के काम पर ध्यान देते हैं माननीय मुख्यमंत्री जी और देश के प्रधानमंत्री के नेतृत्व में डबल इंजन की सरकार चल रही है और देश के विकास प्रदेश के विकास के लिए यह सरकार काम कर रही है आगे आने वाले समय में बड़ी संख्या में लोग भारतीय जनता पार्टी से जुड़ते हुए दिखाई देंगे।
भारतीय जनता पार्टी के पदाधिकारी लगातार अभियान चला रहे हैं जी को लेकर प्रत्येक जिले के पदाधिकारी को राजधानी लखनऊ बुलाया गया है सभी से विचार विमर्श किया जा रहा है और 1 अक्टूबर से 15 अक्टूबर तक चलने वाले सदस्यता अभियान में भाजपा ने दो करोड़ से अधिक लोगों को जोड़ने का लक्ष्य रखा है। बैठक में भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी संगठन मंत्री धर्मपाल सिंह उत्तर प्रदेश सरकार के कई मंत्री और भारतीय जनता पार्टी से विधायक सांसद भी रहे मौजूद।
तो वहीं उत्तर प्रदेश में 10 विधानसभा सीटों पर होने वाले उपचुनाव बीजेपी के लिए बेहद महत्वपूर्ण माने जा रहे हैं। पार्टी की कोशिश है कि अपनी तीन मौजूदा सीटों के साथ-साथ समाजवादी पार्टी के कब्जे वाली पांच सीटों पर भी जीत दर्ज की जाए। उपचुनाव की इन सीटों पर पार्टी पूरी तैयारी के साथ मैदान में उतरेगी और इन सीटों पर कमल खिलाने के लिए रणनीति तैयार की जाएगी। पार्टी के सूत्रों के मुताबिक, इन उपचुनावों को बीजेपी आगामी 2027 के विधानसभा चुनावों के लिए एक ‘लिटमस टेस्ट’ के रूप में देख रही है। पार्टी का मानना है कि इन उपचुनावों में अच्छा प्रदर्शन 2027 के विधानसभा चुनावों में भी पार्टी की संभावनाओं को मजबूत करेगा।