Gold Smuggling case in Pali: सोजत सिटी के डीएसपी अनिल सारण को बिना बिल का डेढ़ करोड़ रुपए का सोना कब्जे में रखने के आरोप में सस्पेंड कर दिया गया है। पुलिस महानिदेशक यूआर साहू द्वारा जारी आदेश के बाद यह कार्रवाई की गई। इस मामले में दो अन्य कॉन्स्टेबलों को भी निलंबित कर दिया गया है।
मामला: बिना बिल का सोना कब्जे में रखने का आरोप
डीएसपी अनिल सारण पर आरोप है कि उन्होंने 1 किलो 660 ग्राम सोना, जिसकी कीमत करीब डेढ़ करोड़ रुपए है, को बिना किसी कानूनी कार्रवाई या अधिकारियों को जानकारी दिए अपने पास रखा। यह सोना नागौर के डेगाणा निवासी मनीष शर्मा का था, जो चेन्नई में ज्वेलरी का व्यापार करता है। मनीष अपने दोस्त से मिलने सोजत सिटी के सेहवाज गांव आया था और उसके पास यह सोना था।
डीएसपी सारण ने मनीष से सोने का बिल मांगा, और जब बिल नहीं दिखाया जा सका, तो सोने को चोरी का बताकर उसे अपने कब्जे में ले लिया। हालांकि, इस पूरे मामले में डीएसपी ने कोई कानूनी कार्रवाई नहीं की और अधिकारियों को सूचित भी नहीं किया।
जांच और सस्पेंशन का आदेश
इस मामले की जानकारी एसपी चूनाराम जाट को मुखबिर के जरिए मिली, जिसके बाद उन्होंने मामले की जांच करवाई। जांच में आरोप सही पाए जाने पर एसपी जाट ने पुलिस महानिदेशक यूआर साहू को एक पत्र लिखा, जिसके बाद 18 फरवरी को डीएसपी अनिल सारण को सस्पेंड करने का आदेश जारी किया गया।सस्पेंशन के बाद, डीएसपी सारण का मुख्यालय जयपुर किया गया है। इस मामले में दो अन्य कॉन्स्टेबल जितेंद्र सिंह और अशोक मीणा को भी उनकी भूमिका के चलते सस्पेंड कर दिया गया है।
सोना अपने पास रखने के मामले में सस्पेंड
डीएसपी अनिल सारण और उनके दो कॉन्स्टेबलों को बिना बिल का सोना अपने पास रखने के मामले में सस्पेंड कर दिया गया है। इस मामले ने पुलिस विभाग में नियमों के पालन और जिम्मेदारी के मुद्दों को उजागर किया है। आगे की जांच से ही इस मामले के और तथ्य सामने आ सकते हैं।