UP NEWS: पूर्व विधायक विनय शंकर के आवास पर ईडी का छापा, 750 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी का है मामला

गोरखपुर: प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने सोमवार को पूर्व मंत्री स्व. हरिशंकर तिवारी के बेटे और समाजवादी पार्टी (सपा) के पूर्व विधायक विनय शंकर तिवारी के गोरखपुर स्थित आवास सहित अन्य स्थानों पर एक साथ छापेमारी की। यह छापा गोरखपुर में तिवारी के प्रसिद्ध आवास "हाता" पर सुबह करीब 9 बजे मारा गया, जो पूर्वांचल में एक प्रमुख पहचान बन चुका है।
750 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी में ईडी की कार्रवाई
सूत्रों के अनुसार, यह छापेमारी 750 करोड़ रुपये के धोखाधड़ी के मामले में की गई है, जिसमें बैंकों के साथ धोखाधड़ी का आरोप है। ईडी की यह कार्रवाई तिवारी और उनके परिवार के खिलाफ चल रही जांच का हिस्सा है, जो पिछले कुछ समय से बढ़ी हुई है। माना जा रहा है कि इस मामले में कई वित्तीय अनियमितताएं सामने आई हैं, जिसके चलते ईडी ने अब तिवारी के घर और अन्य ठिकानों पर छापे की कार्रवाई की है।
पहले भी हो चुकी है कार्रवाई
इससे पहले 23 फरवरी 2024 को भी ईडी ने एक साथ कई स्थानों पर कार्रवाई की थी, जो इस जांच के नए मोड़ को दर्शाती है। इससे पहले, 17 नवंबर 2023 को ईडी ने विनय शंकर तिवारी और उनके परिवार के सदस्यों की 72.08 करोड़ रुपये की संपत्तियों को जब्त किया था। इन संपत्तियों को जब्त करने के बाद ईडी ने इस मामले में गहरी छानबीन शुरू की थी और अब ताजा कार्रवाई में नए सुरागों के आधार पर छापेमारी की गई है।
कड़ी कार्रवाई से सख्त संदेश
ईडी की इस कार्रवाई से यह साफ संकेत मिलता है कि सरकार और जांच एजेंसियां भ्रष्टाचार और धोखाधड़ी के मामलों में सख्त रुख अपनाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। यह कदम वित्तीय धोखाधड़ी करने वालों के खिलाफ सरकार की गंभीरता को दर्शाता है, साथ ही इससे यह भी दिखता है कि जिनके खिलाफ गंभीर आरोप हैं, उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
अगला कदम और जांच की दिशा
ईडी ने छापेमारी के दौरान महत्वपूर्ण दस्तावेजों और संपत्तियों को जब्त किया है और अब उसकी जांच जारी है। माना जा रहा है कि इस मामले में और भी बड़े खुलासे हो सकते हैं, क्योंकि जांच एजेंसियां लगातार इन आरोपियों के वित्तीय लेन-देन और संपत्तियों की जाँच कर रही हैं।