Flood News: उत्‍तर प्रदेश में बेरहम हुई गंगा-सरयू, कई जिलों में बाढ़ से हाहाकार, जानिए किस जिले का क्या है हाल!

Flood News: उत्‍तर प्रदेश में बेरहम हुई गंगा-सरयू, कई जिलों

उत्तर प्रदेश में लगातार हो रही बारिश और पहाड़ों से छोड़े गए पानी के कारण गंगा और सरयू नदियों का जलस्तर तेजी से बढ़ गया है। फर्रुखाबाद में शुक्रवार को गंगा खतरे के निशान 137.10 मीटर पर पहुंच गई। गुरुवार से जलस्तर में 10 सेंटीमीटर की बढ़ोतरी हुई, जिससे अमृतपुर और राजेपुर क्षेत्र के करीब 20 गांव बाढ़ की चपेट में आ गए हैं। हरिद्वार से 1,43,459 क्यूसेक पानी, नरौरा बांध से 2 लाख क्यूसेक और कानपुर बैराज से 2 लाख 41 हजार 852 क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है। कानपुर बैराज के सभी गेट खोल दिए गए हैं।


बाराबंकी में कई गांवों का संपर्क टूटा

बाराबंकी के रामनगर में सरयू नदी का जलस्तर खतरनाक स्तर पर पहुंच गया है। चहलारीघाट तटबंध से सटे हेतमापुर, कोड़री, सुंदरनगर, बबुरी और केदारीपुर सहित करीब 15 गांवों का संपर्क कट गया है। इनमें से छह गांवों में पानी भर गया है। सुंदरनगर, कोड़री और लालपुरवा के लगभग 40 परिवार तटबंध पर शरण लिए हुए हैं। शुक्रवार को 32वीं बटालियन पीएसी की फ्लड कंपनी ने यहां कैंप लगाया।


प्रशासन की राहत व्यवस्था

जिलाधिकारी शशांक त्रिपाठी ने मौके पर पहुंचकर शौचालय, हैंडपंप और बिजली की अस्थायी लाइन दुरुस्त करने के निर्देश दिए। ग्रामीणों ने आवासीय पट्टों की मांग रखी, जिस पर डीएम ने बाढ़ के बाद पात्र लोगों को पट्टे देने का आदेश दिया। स्वास्थ्य टीम ने अब तक 50 लोगों की जांच और 225 लोगों को दवाएं दी हैं। पशुपालन विभाग के अनुसार, 485 पशु प्रभावित हैं और 55 कुंटल भूसा पहुंचा दिया गया है। कई मार्ग और पुलिया टूटने से आवाजाही बंद है, जिसके चलते नावों की संख्या बढ़ाने के आदेश दिए गए हैं।


अयोध्या में बाढ़ का असर

अयोध्या में सरयू नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। सदर तहसील के मूड़ाडिहा गांव के 60 घरों में पानी घुस गया है। पिपरी संग्राम के दो पुरवे कटकर अलग हो गए हैं और अब नाव से ही आना-जाना संभव है। प्रभावित लोग दशरथ समाधि स्थल पर बने बाढ़ राहत केंद्र में रह रहे हैं। ग्रामीणों ने पीने के पानी की कमी की शिकायत की है।


रूदौली में मकानों को नुकसान

रूदौली इलाके में दो दिन की भारी बारिश से कई घर क्षतिग्रस्त हो गए हैं। कैथी मांझा में 5, अहिरौली अख्तियार में 7, भेलसर में 1, ललुवापुर में 2 और मलना का पुरवा में 2 मकान गिर गए। मल्ला का पूरवा, चौधरी का पुरवा और आसपास के अन्य गांवों में भी कई दीवारें और घर ढह गए। एसडीएम रुदौली विकासधर द्विवेदी ने बताया कि राजस्व कर्मियों और लेखपालों को सभी ग्राम पंचायतों में भेजकर नुकसान का आंकलन कराया जा रहा है। विधायक रामचंद्र यादव ने कहा कि अब तक रूदौली विधानसभा में 30 मकान गिरने की सूचना मिली है। उन्होंने प्रभावित क्षेत्रों का दौरा कर अधिकारियों को राहत और पुनर्वास कार्य तेजी से करने के निर्देश दिए हैं।