UP NEWS: अंडरवियर और पैंट छिपाकर ले जाता था 500 के नोट, पैसे गिनने के बहाने बांकेबिहारी मंदिर से चोरी कर लिए 9.78 लाख रुपये

मथुरा: ठाकुर बांकेबिहारी मंदिर में शनिवार को एक बैंक अधिकारी को दानपेटी की धनराशि गिनते समय चोरी करते हुए पकड़ा गया। आरोपी बैंक अधिकारी, जो केनरा बैंक (डैंपियर नगर ब्रांच) में फील्ड आफिसर के पद पर तैनात था, पिछले तीन दिनों से मंदिर की दान पेटियों से कैश चोरी कर रहा था। शनिवार को सीसीटीवी रिकॉर्डिंग से चोरी का खुलासा हुआ और आरोपी के पास से 1.28 लाख रुपये बरामद हुए।
कैश चोरी का तरीका
आरोपी अभिनव सक्सेना ने चोरी करने के बाद हर दिन कैश को छिपाकर बैंक की अलमारी में रख दिया था। वह चोरी किए गए 500 और 200 रुपये के नोट अपनी पेंट और अंडरवियर में छिपाकर ले जाता था। जब पुलिस ने उसे पकड़ा और पूछताछ की तो उसने तीन दिनों तक लगातार चोरी की बात स्वीकार की। पुलिस ने बैंक शाखा में छिपाकर रखे गए 8.50 लाख रुपये भी बरामद किए। कुल मिलाकर, आरोपी ने 9.78 लाख रुपये की चोरी की थी।
मंदिर की दानपेटी गिनने की प्रक्रिया
मंदिर की दान पेटियां हर महीने के अंतिम सप्ताह में खोली जाती हैं, जिसमें 40 लोग, चार बैंकों के प्रतिनिधि और मंदिर के कर्मचारी शामिल होते हैं। इस प्रक्रिया की निगरानी सीसीटीवी द्वारा की जाती है और धनराशि को बैंक खातों में जमा किया जाता है। औसतन, हर महीने मंदिर की दान पेटियों से एक करोड़ रुपये तक की दान राशि इकट्ठी होती है।
बैंक प्रबंधन द्वारा कार्रवाई
सीसीटीवी में पकड़ में आने के बाद, बैंक प्रबंधन ने तुरंत आरोपी को निलंबित कर दिया। इंस्पेक्टर प्रशांत कपिल ने बताया कि तीन दिनों में हुई इस चोरी के बाद बैंक और मंदिर प्रशासन ने सख्त कार्रवाई की है। इससे पहले मंदिर में 19 सितंबर 2020 को दो कर्मचारियों द्वारा 27,500 रुपये की चोरी की घटना सामने आई थी, जिसके बाद उन दोनों को जेल भेजा गया था।
ठाकुर बांकेबिहारी मंदिर में दानपेटी से चोरी की यह घटना बैंक कर्मचारियों द्वारा की गई पहली चोरी है, जो पिछले दो दशकों से चल रही इस प्रक्रिया में हुई है। इस मामले में पुलिस की जांच जारी है, और आरोपी बैंक अधिकारी के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी।