UP weather: यूपी के कई जिलों में 19 सितंबर तक भारी बारिश का अलर्ट, लखनऊ समेत 40 जिलों में होगी घनघोर बर्षा

 UP weather: यूपी के कई जिलों में 19 सितंबर तक भारी बारिश का

आसिफ खान, लखनऊ: उत्तर प्रदेश में मानसून एक बार फिर सक्रिय हो गया है। प्रदेश के कई हिस्सों में भारी बारिश का सिलसिला शुरू हो गया है। मौसम विभाग ने अगले तीन दिनों तक भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। बारिश से जहां लोगों को गर्मी और उमस से राहत मिली है, वहीं कई जिलों में भारी से बहुत भारी बारिश की संभावना जताई गई है।


17 सितंबर का मौसम पूर्वानुमान

मंगलवार 17 सितंबर को पश्चिमी यूपी में कुछ स्थानों पर और पूर्वी यूपी के कई जिलों में बारिश और गरज-चमक के साथ बौछारें पड़ सकती हैं। पूर्वी यूपी में कहीं-कहीं भारी से बहुत भारी बारिश होने का अलर्ट जारी किया गया है। साथ ही पश्चिमी और पूर्वी दोनों हिस्सों में बादल गरजने और बिजली चमकने की संभावना बनी हुई है।


किन जिलों में होगी तेज बारिश

मौसम विभाग के अनुसार गोंडा, बाराबंकी, रायबरेली, अमेठी, सुल्तानपुर, अयोध्या और आसपास के इलाकों में भारी से बहुत भारी बारिश का अलर्ट है। इसके अलावा बांदा, चित्रकूट, कौशांबी, प्रयागराज, फतेहपुर, प्रतापगढ़, वाराणसी, भदोही, जौनपुर और गाजीपुर में भी भारी बारिश हो सकती है। बलिया, आजमगढ़, मऊ, संतकबीर नगर, बस्ती, बलरामपुर, श्रावस्ती, बहराइच, सीतापुर, हरदोई, कानपुर नगर, उन्नाव, लखनऊ और अंबेडकर नगर में भी भारी बारिश का अनुमान है।


बिजली और गरज-चमक का अलर्ट

बांदा, चित्रकूट, प्रयागराज, फतेहपुर, सोनभद्र, मिर्जापुर, चंदौली, वाराणसी, जौनपुर, गाजीपुर, आजमगढ़, मऊ और बलिया में बादल गरजने और बिजली चमकने का अलर्ट जारी किया गया है। साथ ही देवरिया, गोरखपुर, कुशीनगर, महाराजगंज, सिद्धार्थनगर, बलरामपुर, श्रावस्ती, बहराइच, सीतापुर, हरदोई, फर्रुखाबाद, कन्नौज, कानपुर देहात और कानपुर नगर में भी यही स्थिति रहने की संभावना है।


बारिश बढ़ने की वजह

मौसम विभाग के अनुसार बंगाल की खाड़ी से आ रही नमी और पश्चिमी हवाओं के टकराने से प्रदेश में बारिश की गतिविधियां बढ़ गई हैं। इस टकराव से खासकर पूर्वी और मध्य यूपी में भारी वर्षा देखी जा रही है।


अगले 3-4 दिनों का पूर्वानुमान

तराई, पूर्वांचल और मध्य यूपी के जिलों में अगले तीन से चार दिन तक गरज-चमक, मध्यम से भारी बारिश की संभावना है। वहीं पश्चिमी यूपी के जिलों में यह बारिश छिटपुट रहेगी।


मानसून की वापसी

इस बार दक्षिण-पश्चिम मानसून अपनी सामान्य तिथि 17 सितंबर से तीन दिन पहले ही यानी 14 सितंबर से राजस्थान से लौटना शुरू हो गया है। 16 सितंबर को यह गुजरात, पंजाब और हरियाणा के कुछ हिस्सों से भी लौट गया। वर्तमान में मानसून वापसी की अक्ष रेखा भटिंडा, फतेहाबाद, पिलानी, अजमेर, दीसा और भुज से होकर गुजर रही है।


सक्रिय मौसम प्रणालियां

प्रदेश के मध्य हिस्सों में निचले स्तर पर चक्रवाती परिसंचरण बना हुआ है। पूर्वी विदर्भ और पूर्वी बिहार के पास बने चक्रवाती तंत्र के कारण पूर्वी झारखंड और बांग्लादेश तक एक द्रोणी सक्रिय है। इसकी वजह से यूपी में बारिश की गतिविधियां तेज बनी हुई हैं।