Bareilly Violence News: बरेली बवाल के बाद मौलाना तौकिर रजा का आया बयान...मुझे गोली मार दो मोहम्मद के नाम पर मरना कबूल'

बरेली: बरेली में शुक्रवार को हुए बवाल के बाद रात करीब 10:20 बजे इत्तेहाद-ए-मिल्लत कौंसिल (आईएमसी) प्रमुख मौलाना तौकीर रजा खां ने वीडियो जारी कर अपना पक्ष रखा। उन्होंने कहा कि मोहम्मद के नाम पर मरना उन्हें मंजूर है और अगर अतीक व अशरफ की तरह उन्हें भी गोली मार दी जाए तो वे तैयार हैं। मौलाना ने खुद को नजरबंद बताया और घटना को साजिश करार दिया।
मौलाना का बयान
मौलाना ने कहा कि उन्होंने हमेशा अमन का रास्ता अपनाया है, लेकिन मोहम्मद साहब का बार-बार हो रहा अपमान अब बर्दाश्त से बाहर है। इसके खिलाफ सख्त कानून बनना चाहिए। उन्होंने कहा कि अगर उन्हें बाहर निकलने दिया जाता तो वे नमाज पढ़कर शांतिपूर्वक ज्ञापन सौंप देते। लेकिन प्रशासन ने उन्हें हाउस अरेस्ट कर लिया और झूठे पत्र जारी कर लोगों को गुमराह किया।
गिरफ्तारी का अंदेशा
मौलाना ने कहा कि वे अभी तक नजरबंद हैं और गिरफ्तारी का भी अंदेशा है। उन्होंने पुलिस-प्रशासन पर एकतरफा कार्रवाई का आरोप लगाया और कहा कि असली नुकसान पुलिस ने किया है, मुसलमानों ने कोई पत्थरबाजी नहीं की। अगर उन्हें गिरफ्तार भी किया जाता है, तो भी वे कौम और मुल्क के लिए आवाज उठाते रहेंगे।
शुक्रवार को बरेली में बवाल
शुक्रवार को आई लव मोहम्मद के समर्थन में जुटी भीड़ मौलाना के नदारद रहने से उग्र हो गई। खलील स्कूल तिराहे के पास दुकानों और वाहनों में तोड़फोड़ की गई। नावल्टी चौराहा पर पुलिस पर पथराव हुआ और श्यामगंज में फायरिंग भी की गई। इस दौरान 22 पुलिसकर्मी घायल हो गए। पुलिस ने भीड़ को काबू करने के लिए आंसू गैस और लाठीचार्ज का सहारा लिया। करीब शाम पांच बजे स्थिति नियंत्रित हो सकी। पुलिस ने 30 लोगों को हिरासत में लिया है।
कैसे शुरू हुआ विवाद
19 सितंबर को मौलाना तौकीर रजा ने एलान किया था कि शुक्रवार को इस्लामिया इंटर कॉलेज मैदान में प्रदर्शन होगा। प्रशासन ने अनुमति नहीं दी और गुरुवार रात आईएमसी की ओर से कार्यक्रम स्थगित करने की सूचना जारी की। लेकिन शुक्रवार सुबह मौलाना ने वीडियो जारी कर पत्र को फर्जी बताया और कहा कि प्रदर्शन तय समय पर होगा।
भीड़ का अड़ना और पुलिस की रोक
दोपहर तक मौलाना के न पहुंचने से भीड़ भड़क गई। जब भीड़ ने इस्लामिया इंटर कॉलेज मैदान की ओर मार्च करने की कोशिश की, तो पुलिस ने खलील तिराहे पर रोकने की कोशिश की। इससे पथराव और तोड़फोड़ शुरू हो गई। कई इलाकों में भगदड़ की स्थिति बनी।
प्रशासन का दावा
जिलाधिकारी अविनाश सिंह ने बताया कि अब स्थिति नियंत्रण में है और किसी भी अप्रिय घटना की सूचना नहीं है। प्रशासन लोगों से शांति और सद्भाव बनाए रखने की अपील कर रहा है।