UP NEWS: 8 साल में वृद्धावस्था पेंशन पाने वालों की संख्या में ढाई गुने से अधिक की बढ़ोतरी

UP NEWS: 8 साल में वृद्धावस्था पेंशन पाने वालों की संख्या मे

गोरखपुर: विकास के पैमाने पर नाम चकमाने के साथ ही योगी सरकार सामाजिक सुरक्षा की डोर को भी मजबूत कर रही है। निराश्रित महिलाओं, वृद्धजन, दिव्यांगजन से जुड़ी सामाजिक सुरक्षा की योजनाओं की प्रगति इसे प्रमाणित करती हैं। पूर्व की सरकार की तुलना में अकेले गोरखपुर में योगी सरकार में वृद्धावस्था पेंशन का लाभ पाने वालों की संख्या ढाई गुना बढ़ी है। निराश्रित महिला पेंशन के लाभार्थियों की संख्या में 80 फीसद से अधिक का इजाफा हुआ है जबकि दिव्यांगजन पेंशन योजना से लाभान्वितों की भी संख्या बढ़ी है। 


सामाजिक सुरक्षा के लिहाज से बेहद महत्वपूर्ण मानी जाने वाली वृद्धावस्था पेंशन योजना के तहत गोरखपुर में मार्च 2017 तक 61470 लाभार्थी वृद्धावस्था पेंशन का लाभ प्राप्त करते थे। जबकि अप्रैल 2017 से लेकर मार्च 2025 तक इस पेंशन योजना का लाभ पाने वाले वृद्धजन की संख्या ढाई गुना से अधिक बढ़कर 168201 हो गई है। सामाजिक सुरक्षा की एक अन्य महत्वपूर्ण योजना निराश्रित महिलाओं के पेंशन की है। मार्च 2017 तक जिले में 38910 निराश्रित महिलाओं को पेंशन मिलती थी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के अब तक के कार्यकाल में निराश्रित महिला पेंशन का लाभ पाने वाले लाभार्थियों की संख्या में 80 प्रतिशत से अधिक की वृद्धि हुई है। वर्तमान में 71594 निराश्रित महिलाओं को पेंशन मिल रही है। 


पेंशन के साथ अन्य सुविधाएं भी

दिव्यांगजन को समाज की मुख्य धारा से जोड़ने के लिए उन्हें समय समय पर ट्राइसाइकिल, मोटराइज्ड ट्राइसाइकिल और अन्य जरूरी उपकरण उपलब्ध कराने के साथ ही सरकार उन्हें मासिक पेंशन भी देती है। मार्च 2017 तक दिव्यांगजन पेंशन पाने वाले लाभार्थियों की संख्या 22472 थी जबकि वर्तमान में इनकी संख्या 24598 है। सामाजिक सुरक्षा की इन तीनों योजनाओं में पूर्व की सरकार में महज तीन सौ रुपये मासिक पेंशन की व्यवस्था थी। वर्तमान में सरकार इसे बढ़ाकर एक हजार रुपये प्रतिमाह कर चुकी है। 

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पारदर्शी हुई व्यवस्था,बिचौलियों से मिली मुक्ति

जिला समाज कल्याण अधिकारी वशिष्ट नारायण सिंह बताते हैं कि वर्तमान में सामाजिक सुरक्षा की पेंशन योजनाओं की धनराशि लाभार्थियों के बैंक खाते में सीधे अंतरित की जाती है। इस पारदर्शी व्यवस्था से किसी भी लाभार्थी को बिचौलियों का शिकार नहीं होना पड़ रहा है।