UP NEWS: जौनपुर जेल में बंद दो कैदी गुटों के बीच खाना खाने को लेकर हुई जमकर मारपीट

UP NEWS: जौनपुर जेल में बंद दो कैदी गुटों के बीच खाना खाने क

जौनपुर: जौनपुर के जिला कारागार में मंगलवार को उस समय हड़कम्प मच गया जब दो सक्रिय गुटों के बीच खाने को लेकर विवाद हुआ, और मामला मारपीट तक पहुंच गया। इस हिंसक झड़प में एक दर्जन से अधिक लोग घायल हो गए। सभी घायलों का इलाज जिला कारागार में ही चल रहा है।


घटना की जानकारी मिलते ही प्रशासनिक अधिकारियों ने किया निरीक्षण

घटना की सूचना मिलते ही जिलाधिकारी (डीएम) दिनेश चंद्र सिंह और पुलिस अधीक्षक (एसपी) डॉक्टर कौस्तुभ समेत भारी पुलिस बल ने जिला कारागार का निरीक्षण किया। अधिकारियों ने घटनास्थल पर पहुंचकर जानकारी ली और यह पता करने की कोशिश की कि आखिरकार दोनों गुटों के बीच मारपीट किस कारण से हुई थी। मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच-पड़ताल की जा रही है।


गुटों के बीच कहासुनी के बाद हिंसा

जानकारी के अनुसार, दोनों गुटों के बीच पहले कहासुनी हुई और फिर स्थिति बिगड़ते हुए धक्का-मुक्की में बदल गई। इसके बाद, दोनों गुटों के बंदी एक-दूसरे पर झाड़ू के डंडों से हमला करने लगे। इस मारपीट में बंदी रक्षक हेड वार्डर आशुतोष चतुर्वेदी, जेल वार्डर जयप्रकाश यादव, और बंदी अदनान तथा बबलू गंभीर रूप से घायल हो गए। घायलों की संख्या एक दर्जन से अधिक बताई जा रही है।

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जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक का बयान

घटना के बारे में जिलाधिकारी दिनेश चंद्र सिंह ने कहा कि कैदियों के बीच किसी बात को लेकर मारपीट हुई थी। उन्होंने बताया कि स्थिति अब सामान्य है और मामले की जांच की जा रही है।

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पुलिस अधीक्षक डॉक्टर कौस्तुभ ने बताया कि यह विवाद पहले भी दो गुटों के बीच कहासुनी और हाथापाई में बदल चुका था। मारपीट की घटना की जानकारी मिलने के बाद जिलाधिकारी के साथ जेल का निरीक्षण किया गया और जांच समिति गठित की गई। इसके अलावा, जेल अधीक्षक द्वारा इस मामले में एक मुकदमा भी दर्ज कराया गया है। एसपी ने यह भी बताया कि जांच समिति की रिपोर्ट आने के बाद सख्त कार्रवाई की जाएगी।


गुटों का आपराधिक इतिहास

पुलिस सूत्रों के अनुसार, इस हिंसा में शामिल दोनों गुटों के सदस्य – सोनू सिंह और मंगेश यादव – जौनपुर के अलावा अन्य शहरों में भी सक्रिय हैं। सोनू सिंह हत्या, लूट, छिनैती और अन्य अपराधों में संलिप्त है, और इसके तार मुंबई और कोलकाता से भी जुड़े हुए हैं। मंगेश यादव गुट भी लूट, हत्या और छिनैती की बड़ी घटनाओं में शामिल है। दोनों गुटों की जड़ें जौनपुर में गहरी हैं, जो इसे और भी जटिल बनाती हैं।

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