लखनऊ: प्रदेश में धार्मिक स्थलों तक पहुंचने वाले मार्गों को और अधिक सुगम और आकर्षक बनाने के लिए लोक निर्माण विभाग ने एक बड़ी योजना शुरू की है। इस योजना के तहत कुल 13 मार्गों के कायाकल्प की स्वीकृति प्रदेश सरकार द्वारा दी गई है, जिन पर लगभग 76.84 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे। इन मार्गों के चौड़ीकरण और सौंदर्यीकरण से न केवल यातायात की सुविधा बढ़ेगी, बल्कि धार्मिक पर्यटन को भी एक नया दृष्टिकोण मिलेगा।
प्रमुख मार्गों का कायाकल्प
इन 13 मार्गों में चित्रकूट और उन्नाव के दो-दो मार्ग शामिल हैं। योजना के तहत इन मार्गों को चौड़ा किया जाएगा, जिससे श्रद्धालुओं और पर्यटकों के लिए यात्रा करना और भी आसान होगा। साथ ही, इन मार्गों का सौंदर्यीकरण भी किया जाएगा, ताकि धार्मिक स्थलों तक पहुंचने का अनुभव और भी मनोहक बने।
प्रमुख मार्गों की सूची और बजट
पीलीभीत – प्राचीन देव स्थल और सरोवर लिलहर मार्ग पर 4.70 करोड़ रुपये खर्च होंगे।
चित्रकूट – खोही से लक्ष्मण पहाड़ी मार्ग पर 2.26 करोड़ रुपये और शिवरामपुर खोही से मध्यप्रदेश की सीमा पर स्थित पीली कोठी मार्ग पर 94 लाख रुपये खर्च किए जाएंगे।
सोनभद्र – गोठानी शिव मंदिर को जाने वाला मार्ग दो लेन में विकसित किया जाएगा, जिस पर 2.93 करोड़ रुपये खर्च होंगे।
अमेठी – मुसाफिरखाना में स्थित महावीरन मंदिर मार्ग के सौंदर्यीकरण पर 1.90 करोड़ रुपये खर्च होंगे।
उन्नाव – राजाराव बक्श सिंह मार्ग के चौड़ीकरण और सुदृढ़ीकरण पर 3.58 करोड़ रुपये और मौरावा उन्नाव मार्ग से बिल्लेश्वर मंदिर संपर्क मार्ग के चौड़ीकरण पर 4.64 करोड़ रुपये खर्च होंगे।
हाथरस – तारागढ़ मंदिर मार्ग को चौड़ा करने पर 2.38 करोड़ रुपये की राशि खर्च की जाएगी।
लखीमपुर – मेंढक मंदिर मार्ग को दुरुस्त करने पर 3.80 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे। ओयल कस्बे में स्थित इस मंदिर में भगवान शिव मेंढक की पीठ पर विराजमान हैं।
देवरिया – भटनी बाजार जलपा माता मंदिर मार्ग पर 1.16 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे।
बरेली – रामनगर किला और थीम पार्क के संपर्क मार्ग पर 1.04 करोड़ रुपये खर्च होंगे।
बदायूं – कछला गंगाघाट से कासगंज को जाने वाले मार्ग पर लगभग 45 लाख रुपये खर्च होंगे।
मथुरा – सादाबाद से ब्रह्माण्ड घाट मार्ग को सात से दस मीटर चौड़ा किया जाएगा, इस पर 47.06 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे।
परियोजना का उद्देश्य
इस योजना का मुख्य उद्देश्य प्रदेशभर के धार्मिक स्थलों तक पहुंचने वाले मार्गों को बेहतर बनाना है। इससे न केवल श्रद्धालुओं को सुविधा मिलेगी, बल्कि इन स्थलों का पर्यटन भी बढ़ेगा, जिससे स्थानीय आर्थिक स्थिति में भी सुधार होगा। इसके अलावा, मार्गों का चौड़ीकरण और सौंदर्यीकरण इन स्थलों को और भी आकर्षक बनाएगा, जो यात्रियों के लिए एक यादगार अनुभव साबित होगा।
लोक निर्माण विभाग की यह योजना प्रदेश में धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने, यात्रियों के लिए सुगम यात्रा सुनिश्चित करने और धार्मिक स्थलों को आकर्षक बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी। इन मार्गों के सुधारे जाने से आने वाले वर्षों में प्रदेश में पर्यटन उद्योग को नई दिशा और मजबूती मिलेगी।