ऑनलाइन पेमेंट पर भारी पड़ रहा 500 रुपए का नोट आकड़े बता रहे है भारतियों का कैश से नहीं छूटा मोह
भारत के लोगों का मोह 500 रुपए के नोट से भंग नहीं हुआ है. ये नंबर ऐसे समय में आए हैं जब सरकार और रिजर्व बैंक दोनों ही छोटे नोटों और डिजिटल पेमेंट को बढ़ावा देने के एरिया में लगातार काम कर रहे हैं.
N4N डेस्क: देश में बेहद तेजी से ऑनलाइन पेमेंट का उपयोग बढ़ता जा रहा है. बात गर बीते माह मई की करें तो मई में यूपीआई के जरिए 1,868 करोड़ रुपए का लेनदेन हुआ है, जिसकी कुल वैल्यू 25.1 लाख करोड़ रुपए रही. यह अप्रैल के महीने की तुलना में मई माह में बढ़ोतरी भरा आकडा दर्ज कराता है. अमुमन रोजाना 60 करोड़ लोग UPI से ट्रांजैक्शन करते हैं. इन सब के बावजूद भी लोगों का कैश से मोह भंग नहीं हुआ है. इसके कारण देश में कैश का इस्तेमाल भी लोग काफी ज्यादा कर रहे हैं.
मार्च में दिखा 500 के नोटों का जमकर प्रयोग
अगर बीते महिनो की बात करे विशेष कर मार्च के अंत तक देश में 36.86 लाख करोड़ रुपए का कैश में पेमेंट किया गया था जो अब तक का सबसे ज्यादा स्तर है. इसमें लेकिन सबसे खास बात ये हैं कि लोगों ने कैश में पेमेंट 500 रुपए के नोट का खूब और जमकर सबसे ज्यादा प्रयोग किया है. जब 1,789 करोड़ का लेनदेन हुआ था तो उसकी वैल्यू 23.9 करोड़ रुपए थी. 500 रुपए के नोट कुल बैंक नोटों की संख्या का 41 प्रतिशत और वैल्यू का 86 प्रतिशत का हिस्सा बनाते हैं. इसके साथ ही जो छोटे नोट है जैसे 20, 50,100, 200 रुपए के नोटों की हिस्सेदारी संख्या में 35.6 प्रतिशत और वैल्यू में केवल 10.9 प्रतिशत है. ये नंबर ऐसे समय में आए हैं जब सरकार और रिजर्व बैंक दोनों ही छोटे प्राइस के नोटों और डिजिटल पेमेंट को बढ़ावा देने के एरिया में लगातार काम कर रहे हैं.
वित्त मंत्री द्वारा डिजिटल पेमेंट को बढ़ावा
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने हाल ही में छोटे डिनॉमिनेशन के नोटों और डिजिटल पेमेंट को बढ़ावा देकर और आसान बनाने का प्रयास कर रही है.अप्रैल में, भारतीय रिजर्व बैंक ने अनिवार्य किया कि 30 सितंबर 2025 तक कम से कम 75 प्रतिशत एटीएम को 100 या 200 रुपए के नोट देने लायक बनाया जाएगा और मार्च 2026 तक यह आंकड़ा 90 प्रतिशत तक बढ़ जाना चाहिए. भारतीय रिजर्व बैंक का टारगेट हाई प्राइस वाले नोटों पर निर्भरता को कम करना और रोजमर्रा के लेनदेन को आसान बनाना है.लेकिन अब भी लोग बड़ी संख्या में 500 रुपए के नोटों को प्राथमिकता दे रहे हैं.