Operation Sindoor: भारत-पाक तनाव के बीच नारियल, फूलों के हार और प्रसाद पर प्रतिबंध, आतंकी हमले की आशंका को लेकर मंदिर में सुरक्षा अलर्ट

Operation Sindoor:भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव और आतंकी हमलों की आशंका को देखते हुए विश्व प्रसिद्ध मंदिर में सुरक्षा व्यवस्था को और कड़ा कर दिया गया है।

नारियल, फूलों के हार और प्रसाद पर प्रतिबंध- फोटो : meta

Operation Sindoor: भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव और आतंकी हमलों की आशंका को देखते हुए मुंबई के विश्व प्रसिद्ध सिद्धिविनायक मंदिर में सुरक्षा व्यवस्था को और कड़ा कर दिया गया है। मंदिर प्रशासन ने एक बड़ा फैसला लेते हुए नारियल, फूलों के हार और बाहर से लाए गए प्रसाद को मंदिर में लाने पर पूरी तरह प्रतिबंध लगा दिया है। यह फैसला मुंबई पुलिस की एडवाइजरी और हाल के खुफिया अलर्ट के आधार पर लिया गया है। मंदिर प्रशासन ने बताया कि इस फैसले की औपचारिक घोषणा रविवार, 11 मई 2025 को की जाएगी, और उसी दिन से यह लागू हो जाएगा।

मंदिर के ट्रस्टी भास्कर शेट्टी ने बताया कि मुंबई पुलिस ने सुरक्षा को लेकर सख्त निर्देश जारी किए हैं। पुलिस का मानना है कि नारियल, फूलों के हार या प्रसाद के रूप में विस्फोटक या जहरीले पदार्थ लाए जा सकते हैं, जो मंदिर की सुरक्षा के लिए गंभीर खतरा पैदा कर सकते हैं। श्री सिद्धिविनायक गणपति मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष सदा स्वर्णकार ने कहा, "हर दिन हजारों श्रद्धालु मंदिर में दर्शन के लिए आते हैं। यह मंदिर आतंकवादियों की 'हिट लिस्ट' में है। हाल ही में एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी के साथ हुई बैठक में हमें सुरक्षा उपायों को और सख्त करने की सलाह दी गई।

स्वर्णकार ने आगे बताया, "नारियल सुरक्षा जांच के दौरान स्कैनर में आसानी से पहचाने नहीं जा सकते, और प्रसाद में जहर होने की आशंका से इनकार नहीं किया जा सकता। भारत और पाकिस्तान के बीच मौजूदा शत्रुता को देखते हुए यह अस्थायी कदम उठाया जा रहा है।" उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि यह प्रतिबंध श्रद्धालुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए है और स्थिति सामान्य होने पर इसे हटाया जा सकता है।

मंदिर प्रशासन ने इस फैसले से पहले मंदिर के बाहर फूल और प्रसाद बेचने वाले विक्रेताओं से बातचीत की। विक्रेताओं ने अनुरोध किया कि यह प्रतिबंध 11 मई से लागू किया जाए ताकि वे अपने मौजूदा स्टॉक को बेच सकें। मंदिर ट्रस्ट ने उनकी मांग को स्वीकार कर लिया। साथ ही, ट्रस्ट इस दिशा में विचार कर रहा है कि मंदिर परिसर में ही भक्तों के लिए फूल और दूर्वा घास उपलब्ध कराई जाए, ताकि वे भगवान गणेश को अर्पित कर सकें।

सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत करने के लिए सिद्धिविनायक मंदिर ट्रस्ट ने सशस्त्र बलों से सेवानिवृत्त 20 जवानों को भर्ती करने का फैसला किया है। ये जवान हथियारबंद होंगे और मंदिर परिसर में तैनात रहेंगे। 

भारत और पाकिस्तान के बीच हाल के तनाव, खासकर ऑपरेशन सिंदूर और पहलगाम हमले के बाद, मुंबई में सुरक्षा व्यवस्था को हाई अलर्ट पर रखा गया है। पाकिस्तान की ओर से ड्रोन हमलों और आतंकी गतिविधियों की लगातार कोशिशों ने खुफिया एजेंसियों को सतर्क कर दिया है। मुंबई, जो पहले भी 26/11 जैसे आतंकी हमले का शिकार रह चुका है, एक बार फिर आतंकवादियों के निशाने पर हो सकता है। इसीलिए धार्मिक स्थलों, रेलवे स्टेशनों, हवाई अड्डों और अन्य भीड़-भाड़ वाले इलाकों में सुरक्षा बढ़ा दी गई है।

मंदिर प्रशासन ने श्रद्धालुओं से अपील की है कि वे इस अस्थायी प्रतिबंध का पालन करें और सुरक्षा जांच में सहयोग करें। स्वर्णकार ने कहा, "हम समझते हैं कि नारियल और फूल चढ़ाना भक्तों की आस्था का हिस्सा है, लेकिन मौजूदा परिस्थितियों में यह कदम जरूरी है। हम भक्तों से अनुरोध करते हैं कि वे धैर्य और समझदारी दिखाएं।