सिवान के भ्रष्ट कार्यपालक पदाधिकारी के 3 ठिकानों पर छापामारी, पटना से लखनऊ तक EOU ने कसा शिकंजा, लाखों का हेरफेर
अनुभूति श्रीवास्तव के खिलाफ डुमरांव, भभुआ, हाजीपुर में कार्यपालक पदाधिकारी रहने के दौरान करोड़ों के गबन का आरोप रहा है. अब सिवान में रहने के दौरान भी उनके खिलाफ ऐसे ही मामले आये हैं जिसमें EOU ने कार्रवाई की है.

Bihar News : भ्रष्टाचार के गंभीर आरोपों में पहले से जांच एजेंसियों के रडार पर रहे अनुभूति श्रीवास्तव के ठिकानों पर बुधवार को बिहार पुलिस के आर्थिक एवं साइबर अपराध प्रभाग ने छापामारी की. अनुभूति श्रीवास्तव मौजूदा समय में सीवान जिला में कार्यपालक अभियंता के रूप में पदस्थापित है.
अनुभूति श्रीवास्तव पर भ्रष्ट तरीके से अपने वैद्य आय से 71 लाख 1 हजार 908 रूपये अधिक की परिसम्पति अर्जित करने का आरोप है. यह उनके वैध आय से करीब 78.91% अधिक है. इसे लेकर आर्थिक अपराध थाना में 18 अगस्त 2025 को विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज किया गया. वहीं बुधवार को उनके सिवान सहित पटना और उत्तर प्रदेश के गोमतीनगर लखनऊ स्थित ठिकानों पर छापामारी जारी है.
न्यायालय में विचाराधीन है मामला
अनुभूति श्रीवास्तव पर अगस्त 2021 में भी विशेष निगरानी इकाई ने भ्रष्टाचार निरोध अधिनियम के तहत मामला दर्ज हुआ था. इस मामले में आरोप पत्र भी दाखिल हो चुका है और मामला न्यायालय में विचाराधीन है. इसके पहले 2015 में डुमरांव नगर परिषद में कार्यपालक पदाधिकारी रहते हुए अनुभूति श्रीवास्तव पर आरोप लगा था कि उन्होंने नियम के विरुद्ध दैनिक कर्मचारियों को करोड़ों रुपये का भुगतान चेक के माध्यम से किया था. इस मामले में उन्हें निलंबित भी किया गया था. हाजीपुर नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी के पद पर तैनात रहने के दौरान भी अनुभूति श्रीवास्तव भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगे. इतना ही नहीं भभुआ में कार्यपालक पदाधिकारी रहने के दौरान इनके खिलाफ ठेकेदार ने जहर देकर जान लेने की कोशिश का आरोप लगाया था.
22 करोड़ के गबन का आरोप
अनुभूति श्रीवास्तव के भभुआ के कार्यपालक पदाधिकारी रहने के दौरान 22 करोड़ के गबन का आरोप भभुआ नगर परिषद के तत्कालीन सभापति बजरंज बहादुर उर्फ मलाई सिंह ने सीएम नीतीश के जनता दरबार में लगाया था. सीएम नीतीश के आदेश के बाद इनके खिलाफ जांच शुरू हुई तो पता चला कि अनुभूति श्रीवास्तव को सस्पेंड किया गया उनके कई जगहों पर आय से ज्यादा की सम्पत्ति मिली देश के कई राज्यो में फ्लैट का पता चला. कथित दावा किया गया कि दुबई में भी उनके नाम से फ्लैट का पता चला है.