wife beaten husband - समोसा नहीं खिलाने पर नाराज पत्नी ने अपने परिजनों को बुलाकर पति की कराई पिटाई, वीडियो वायरल

wife beaten husband - समोसा नहीं खिलाने पर विवाहिता ने अपने परिवार को बुला लिया और पंचायत के सामने पति की पिटाई करा दी।

Pilibhit - उत्तर प्रदेश के पीलीभीत जिले से एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। सेहरामऊ उत्तरी क्षेत्र के भगवन्तापुर गाँव में समोसे की मामूली बात पर इतना बड़ा बवाल हुआ कि पत्नी ने अपने पति की जमकर पिटाई कर दी। यह पूरा विवाद 30 अगस्त को तब शुरू हुआ, जब संगीता नाम की महिला ने अपने पति शिवम से समोसे लाने की जिद की। पति किसी वजह से समोसे नहीं ला पाया, जिससे संगीता बुरी तरह नाराज हो गई।

पंचायत में की पति की पिटाई

अगले दिन, 31 अगस्त को समोसे को लेकर पति-पत्नी के बीच जमकर झगड़ा हुआ। मामला इतना बढ़ गया कि गुस्से में संगीता ने अपने मायके वालों को ससुराल बुला लिया। गाँव के पूर्व प्रधान अवधेश शर्मा की मौजूदगी में दोनों पक्षों को समझाने के लिए एक पंचायत बुलाई गई। लेकिन पंचायत के बीच ही संगीता का गुस्सा फूट पड़ा और उसने अपने परिवार के सदस्यों के साथ मिलकर पति शिवम और उसकी माँ विजय कुमारी की पिटाई कर दी। 

वीडियो हो रहा वायरल


इस मारपीट का एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। वीडियो में दिख रहा है कि किस तरह से मामूली बात पर इतना बड़ा हंगामा हो गया। शिवम और उसकी माँ बुरी तरह से घायल हो गए, जिसके बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया। यह घटना बताती है कि पारिवारिक रिश्तों में छोटी-छोटी बातें भी कितनी बड़ी समस्या बन सकती हैं, खासकर जब बात गुस्सा और अहंकार की हो। 

थाने पहुुंचा मामला

घटना के बाद, पीड़ित शिवम की माँ विजय कुमारी ने पुलिस में लिखित शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने इस मामले को गंभीरता से लिया है। पुरनपुर के पुलिस क्षेत्राधिकारी प्रतीक दहिया ने बताया कि विजय कुमारी और उनके बेटे शिवम की शिकायत के आधार पर, पत्नी संगीता, उसकी माँ ऊषा, पिता रामलड़ैते, और मौसा रामोतार सहित कुल चार लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया गया है। 

आरोपियों के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 109 (हत्या का प्रयास) और मारपीट की अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज हुआ है। प्रतीक दहिया ने यह भी बताया कि पुलिस मामले की गहनता से जाँच कर रही है और जल्द ही सभी आरोपियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी। यह घटना एक बार फिर से पारिवारिक विवादों को सुलझाने के लिए संवाद और संयम की जरूरत को उजागर करती है।