Bihar Education News: सरकारी स्कूलों की व्यवस्था से क्षुब्ध हुए ACS एस. सिद्धार्थ, सभी DEO को दी सख्त चेतावनी- सुधार करें वरना आप पर होगी कार्रवाई
बिहार के शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव सरकारी विद्यालयों की व्यवस्था से काफी क्षुब्ध हैं. 24 अक्टूबर को उन्होंने सभी जिला शिक्षा पदाधिकारियों को सख्त हिदायत दी है. पत्र में कहा गया है कि विद्यालय की व्यवस्था सुधार कराएं, वरना आप पर ही एक्शन होगा.
Bihar Education News: शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव सरकारी विद्यालयों की व्यवस्था से काफी क्षुब्ध हैं. उन्होंने सभी जिला शिक्षा पदाधिकारियों को सख्त हिदायत दी है. अपर मुख्य सचिव ने सभी जिलों के डीईओ को लिखे पत्र में कहा है कि निरीक्षण व्यवस्था में सुधार लाएं, अगर ऐसा नहीं हुआ तो आपके खिलाफ ही अनुशासनात्मक कार्रवाई की जायेगी.
एस.सिद्धार्थ ने सभी डीईओ को लिखा पत्र
शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव डॉ. एस.सिद्धार्थ ने आज 24 अक्टूबर को सभी जिला शिक्षा पदाधिकारी को सख्त निर्देश दिया है. कहा है कि सूबे के सरकारी विद्यालयों का लगातार निरीक्षण किया जा रहा है. मकसद है कि सभी सरकारी विद्यालयों का संचालक निर्धारित मानक के अनुरूप हो. अगर कहीं कोई परेशानी है तो उस कमी को दूर किया जा सके, ताकि पढ़ाई करने वाले बच्चों के लिए अनुकूल शैक्षणिक वातावरण का निर्माण हो. साथ ही गुणवत्तापूर्ण शिक्षा उपलब्ध कराई जा सके.
सरकारी स्कूलों की व्यवस्था से नाराज हुए अपर मुख्य सचिव
अपर मुख्य सचिव ने कहा कि 3 माह के निरीक्षण एवं अनुश्रवण के बाद भी प्रिंट एवं इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के माध्यम से विद्यालयों की कमी की खबर प्रसारित हो रही है, जो काफी खेदजनक है , यह स्वीकार्य नहीं है. एक विद्यालय में बोरा, टीना, मोटरसाइकिल, सूखते हुए कपड़े एवं अन्य अनावश्यक सामग्री रखा हुआ पाया जाना अत्यंत खेदजनक है. ऐसा प्रतीत होता है कि विद्यालय में अवैध कब्जा किया हुआ है . इससे यह स्पष्ट होता है कि निरीक्षण करने वाले पदाधिकारी-कर्मी मात्र औपचारिकता का निर्वहन करते हैं. निरीक्षण के नाम पर खानापूर्ति की जा रही है. इतने लंबे समय से निरीक्षण के बाद भी जब मुख्यालय स्तर के पदाधिकारी निरीक्षण करने जाते हैं तो वहां कमी पाई जाती है. निरीक्षण के दौरान पाई जाने वाली कमियों को चिन्हित कर उसका निस्तारण क्यों नहीं किया जा रहा है ? इसकी जवाबदेही आपकी होती है.
सभी डीईओ को सख्त चेतावनी
अपर मुख्य सचिव एस सिद्धार्थ ने सभी जिला शिक्षा पदाधिकारी को सख्त निर्देश दिया है कि निरीक्षण करने वाले अधिकारी-कर्मी सही तरीके से निरीक्षण नहीं करते हैं तो संबंधित जिला स्तरीय निरीक्षी पदाधिकारी के खिलाफ विभागीय कार्यवाही प्रारंभ की जाए. आउटसोर्सिंग के माध्यम से कार्य रहे कर रहे पदाधिकारी, पर्यवेक्षक अगर लापरवाही बरतते हैं तो उन्हें तत्काल सेवा से बर्खास्त करें. इसके बाद खाली जगह पर नियमानुसार चयन करें . अपर मुख्य सचिव ने निर्देश दिया है की विद्यालय प्रबंधन के सुदृढ़ करने को लेकर अपने स्तर से समीक्षा कर कार्रवाई सुनिश्चित करें अन्यथा आपके खिलाफ ही अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी.