बिहार के लोगों को मिलने वाला है बड़ा तोहफा, बिजली के दिक्कतों से मिलेगा निजात, जानें नीतीश कुमार का नया प्लान
बिहार सरकार की ये योजनाएं राज्य में बिजली, स्वास्थ्य और मरीजों की सुविधा में सुधार लाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम हैं। बिजली परियोजनाएं: उत्तर बिहार के बिजली संकट को कम करेंगी।
Bihar Govt: बिहार सरकार ने उत्तर बिहार के विकास के लिए तीन प्रमुख बिजली परियोजनाओं को मंजूरी दी है। इन परियोजनाओं के तहत 42 नए शक्ति उपकेंद्र, 33 केवी फीडरों का जीर्णोद्धार, और नई 33 केवी लाइन का निर्माण किया जाएगा।
बिहार में 42 नए शक्ति उपकेंद्र बनेंगे
बिहार में 42 नए शक्ति उपकेंद्र बनेंगे। इसकी निर्माण लागत 454.53 करोड़ रुपये है। इससे जिलों में बिजली आपूर्ति में सुधार होगा। इस दौरान 74 फीडर एसीएसआर वुल्फ कंडक्टर से अपग्रेड होंगे। इसकी लागत 135.67 करोड़ रुपये है। इसके अलावा विभिन्न अंचलों में 295.60 किमी नई 33 केवी लाइन का निर्माण होगा। इसकी लागत 82.55 करोड़ रुपये है। इन परियोजनाओं पर कुल लागत 672.75 करोड़ रुपये खर्च होंगे।
पटना में शंकर नेत्रालय की स्थापना
कंकड़बाग में 1.7 एकड़ जमीन पर शंकर नेत्रालय का निर्माण किया जाएगा। वार्षिक आय 2.5 लाख रुपये से कम वालों का इलाज मुफ्त होगा। अन्य रोगियों के लिए रियायती दर पर इलाज उपलब्ध होगा। इसमें नेत्र रोग निदान के लिए कैंपों का आयोजन किया जाएगा।
राजेंद्र नगर आई हॉस्पिटल के डॉक्टरों और कर्मियों का उन्नयन।
1.5 साल में अस्पताल सेवा शुरू करेगा। आयुष मेडिकल कॉलेजों में जीविका दीदी की रसोई अब सभी आयुर्वेदिक, होम्योपैथिक, और यूनानी मेडिकल कॉलेजों में भी जीविका दीदी की रसोई शुरू होगी।
सेवाओं का विस्तार
पहले से यह सुविधा सरकारी मेडिकल कॉलेज अस्पतालों और सदर अस्पतालों में उपलब्ध है।अब इसे आयुष मेडिकल कॉलेजों तक विस्तारित किया जाएगा। इसके स्वच्छ और पोषक भोजन की आपूर्ति की जाएगी। इसमे रोगियों को अस्पताल में ही भोजन की उपलब्धता।