PATNA HIGHCOURT में अधिवक्ता संघ ने मनाया अल्पसंख्यक अधिकार दिवस, मणिपुर में दो बिहारियों की हत्या पर केंद्र से की कार्रवाई की मांग

PATNA HIGHCOURT में आज अधिवक्ता संघ ने अल्पसंख्यक दिवस पर संविधान पर उनके अधिकारों को लेकर चर्चा की। इस दौरान कई वरिष्ठ अधिवक्ताओं ने बांग्लादेश और पाकिस्तान में हिन्दुओं, ईसाइयों जैसे अल्पसंख्यको के विरुद्ध हो रहे पर चिंता जाहिर की।

 PATNA HIGHCOURT में अधिवक्ता संघ ने मनाया अल्पसंख्यक अधिकार दिवस, मणिपुर में दो बिहारियों की हत्या पर केंद्र से की कार्रवाई की मांग
हाईकोर्ट अधिवक्ता संघ ने मनाया अल्पसंख्यक दिवस- फोटो : NEWS4NATION

PATNA - पटना हाईकोर्ट अधिवक्ता संघ की ओर से अल्पसंख्यक अधिकार दिवस का आयोजन किया गया। इस अवसर पर वरीय अधिवक्ता योगेश चंद्र वर्मा ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि  भारतीय संविधान और संयुक्त राष्ट्र संघ के प्रावधानों के तहत अल्पसंख्यकों के महत्वपूर्ण बुनियादी अधिकार है। 

उन्होंने कहा कि लोकतान्त्रिक व्यवस्था में अल्पसंख्यकों के अधिकारों से उसकी पहचान होती है। उन्होंने कहा कि हमारे पड़ोसी देश बांग्लादेश और पाकिस्तान में  हिन्दुओं, ईसाइयों जैसे अल्पसंख्यको  के विरुद्ध हो रहे अत्याचार काफी चिंताजनक है।

उन्होंने भारत सरकार से यह मांग की कि अल्पसंख्यकों के विरुद्ध हो रहे अत्याचारों को रोकने के लिए प्रभावी कदम उठाये।वरीय अधिवक्ता यदुवंश गिरी ने अल्पसंख्यकों के ऊपर विभिन्न क्षेत्रों में हो रहे अत्याचारों को सामाजिक सद्भावना और समरसता के विरुद्ध कहा।

मणिपुर में बिहारियों की हत्या पर जताई चिंता

उन्होंने मणिपुर में दो बिहारियों की हत्या को गंभीर मानते हुए भारत सरकार से ऐसी घटनाओं को सख्ती से रोके जाने की मांग की। साथ ही  पड़ोसी देशों में  हिन्दु अल्पसंख्यकों के साथ हो रही घटनाओं को रोकने के लिए केंद्र सरकार से अपील की।

इस संगोष्ठी में ये प्रस्ताव पारित किया गया कि बांग्लादेश में अल्पसंख्यक हिन्दुओं,ईसाइयों के साथ हो रहे बर्बरता को रोकने के लिए ठोस कार्रवाई करे। साथ ही उत्तरप्रदेश जिन्हें इजराइल भेजा जा रहा है, उन्हें  रोका जाये।

इसमें ये मांग की गयी कि बांग्लादेश और पाकिस्तान में  अल्पसंख्यकों पर हो रहे अत्याचारों को रोकने के लिए भारत सरकार व संयुक्त राष्ट्रसंघ प्रभावी कदम उठाये।

इस संगोष्ठी में अधिवक्ता रामजीवन प्रसाद सिंह व अन्य कई अधिवक्ताओं ने अपने विचार व्यक्त किये।

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