PRASHANT KISHORE ARREST - प्रशांत किशोर की गिरफ्तारी में पटना पुलिस की पीट गयी भद्द, बिना कागजातों के दिनभर घुमाती रही, शाम में मिल गयी बिना शर्त जमानत
PRASHANT KISHORE ARREST - जनसुराज नेता प्रशांत किशोर की गिरफ्तारी के मामले में पुलिस ने ही अपनी ही भद्द पिटवा ली। पहले मेडिकल रिपोर्ट को लेकर पांच घंटे तक उन्हें पटना में घूमाया, फिर बिना कागजातों के ही उन्हें बेऊर जेल लेकर पहुंच गए।
PATNA - प्रशांत किशोर की गिरफ्तारी को लेकर जहां पटना पुलिस ने अपनी भद्द पिटवा ली है। गिरफ्तारी के बाद पहले फिटनेस रिपोर्ट को लेकर पहले उन्हें घंटों पटना में घूमाती रही। इसके बाद जब बेऊर जेल भेजने की बारी आई तो यहां भी पुलिस भी पूरी तरह से फेल हो गई। पेपर वर्क कंप्लीट नहीं होने के कारण उन्हें बेऊर प्रशासन ने जेल भेजने से इनकार कर दिया। इसके कुछ देर बाद कोर्ट ने बिना शर्त के उन्हें जमानत दे दी। अब पुलिस की किरकिरी हो रही है।
पुलिस को नहीं मिली कामयाबी
आज पुलिसकर्मियों ने मुझे एम्स लेकर गये। जहां डॉक्टर्स ने मुझे पेपर वर्क नहीं होने के कारण एडमिट नहीं किया। इस दौरान वह मुझे घंटों घूमाते रहे। फिर मुझे फतुहा लेकर गए। लेकिन वहां भी पुलिस के दबाव के बावजूद फिटनेस सर्टिफिकेट जारी नहीं किया। प्रशांत किशोर ने कहा कि आज पूरे दिन पुलिस ने मुझे घूमाया। इस दौरान भी मेरा अनशन जारी रहा। मैंने सिर्फ पानी पिया। दिन की पूरी घटना को लेकर उन्होंने कहा कि कोर्ट ने कंडीशनल बेल की जगह जेल जाने के लिए कहा,लेकिन बेऊर जेल में जाने के लिए उनके पास पेपर नहीं था।
खुद प्रशांत किशोर ने कहा कि कुछ पुलिसवाले सरकार के दबाव में अपने पद का दुरुपयोग कर रहे हैं। कोर्ट ने आज बिना शर्त के जमानत देकर साफ कर दिया कि गांधी प्रतिमा के नीचे शांतिपूर्ण धरने पर बैठना कहीं से भी कानूनी रूप से गलत नहीं है।
कोर्ट ने अकंडीशनल बेल दिया है। जनता की आवाज है, उनके लिए किया गया सत्याग्रह का प्रभाव है कि जिस प्रशांत किशोर को डिटेन किया। उसे कोर्ट ने जमानत दे दिया। उन्होंने कहा कि अनशन जारी है युवा संघर्ष समिति की बैठक होगी और अनशन की जगह और स्वरुप की घोषणा की जाएगी।
हाईकोर्ट जाने की घोषणा
अगले दो दिन में बीपीएससी परीक्षा को लेकर हाईकोर्ट में अपील करेंगे। अभ्यर्थियों को हर प्रकार की लीगल सहायता दी जाएगाी. हजार करोड़ रुपए का घोटाल हुआ है। शिक्षा माफिया, ध्वस्त बीपीएससी और नीतीश सरकार ने काबिल अभ्यर्थियों का हक छीनन का काम किया है। आज मेरी उन सभी से अपील है वह इस आंदोलन में अभ्यर्थियों के साथ आएं।