BIHAR NEWS - सहकारिता सचिव ने की जहानाबाद में समीक्षा बैठक, धान अधिप्राप्ति के टारगेट को पूरा करने के लिए दी 48 घंटे की मोहलत
BIHAR NEWS - धान अधिप्राप्ति में टारगेट से पीछे रहने पर सहकारिता सचिव ने नाराजगी जाहिर की है। उन्होंने समीक्षा बैठक में अधिकारियों को 48 घंटे में टारगेट पूरा करने का निर्देश दिया है।

JAHANABAD - नीतीश कुमार की प्रगति यात्रा आज जहानाबाद पहुंच चुकी है। इसी दौरान मुख्यमंत्री के द्वारा कई विभागों और योजनाओं की समीक्षा भी की जा रही है। इसी क्रम में आज जहानाबाद में सहकारिता विभाग के सचिव धर्मेंद्र सिंह के द्वारा सहकार भवन जहानाबाद में समीक्षा की गई। सचिव के द्वारा अब तक जिले में 80 प्रतिशत धान अधिप्राप्ति होने को लेकर नाराजगी व्यक्त की। उन्होंने जिला सहकारिता पदाधिकारी को निर्देश दिया कि अगले दो दिनों में सभी समितियों के अवशेष बचे किसानों से धान अधिप्राप्ति करना सुनिश्चित करें।
गोदाम निर्माण की समीक्षा की
गोदाम निर्माण की समीक्षा करते हुए निर्देश दिया गया कि अगले एक सप्ताह में सभी सात पैक्स में लंबित निर्माण कार्य को शुरू करेंगे साथ ही जिन 25 समितियां में गोदान निर्माण के लिए अंचल अधिकारी से भूमि का अनापत्ति प्रमाण पत्र प्राप्त किया जाना है उसे 7 दिनों में प्राप्त कर सभी 25 समितियां का चयन गोदान निर्माण के लिए करते हुए विभाग को संसुचित करेंगे।
कॉमन सर्विस सेंटर के लिए निबंधित सभी पैक्स में कार्य प्रारंभ करना शुरू करेंगे। पैक्स कंप्यूटराइजेशन के लिए चयनित एवं कंप्यूटर यंत्र प्राप्त सभी पैक्स को 31 मार्च के पहले ई-पैक्स के रूप में कार्य कराने के कार्य योजना पर कार्य करने का निर्देश दिया गया। सहकारिता सचिव धर्मेंद्र सिंह के द्वारा संयुक्त निबंधक मगध प्रमंडल, गया को जहानाबाद जिले के सभी विभागीय कार्यों की विस्तृत समीक्षा करने का निर्देश दिया गया।
कल गया में सचिव ने की थी समीक्षा बैठक
ज्ञात हो कि प्रगति यात्रा के क्रम में कल गया जिला में भी समीक्षा बैठक सहकारिता सचिव ने की थी। सहकारिता सचिव के द्वारा निर्देश दिया गया कि 15 फरवरी तक धान अधिप्राप्ति के लक्ष्य का शत प्रतिशत क्रय किया जाए। गया जिला के लिए निर्धारित लक्ष्य 196000 MT के विरुद्ध 180000 MT धानक क्रय हो चुका है। जो लक्ष्य का 90 प्रतिशत है। इसके अलावा सचिव के द्वारा सहकारिता कार्यालयों के बनने वाले सहकार भवन के लिए भूमि जल्द से जल्द आवंटित किया जाए।
पुष्कर प्रवीण की रिपोर्ट।