Nawada ring road construction: नवादा के लोगों को मिलेगी जाम से निजात, शहर में होने जा रहा है रिंग रोड का निर्माण, जानें ताजा अपडेट
नवादा नगर में यातायात जाम से राहत दिलाने के लिए रिंग रोड और बाईपास निर्माण कार्य की शुरुआत हो गई है।

Nawada ring road construction: नवादा नगर के लोगों को अब जाम की समस्या से राहत मिलने वाली है। नगर परिषद ने वैकल्पिक मार्गों और एक रिंग रोड की परिकल्पना को धरातल पर उतारने के प्रयास तेज कर दिए हैं। इस दिशा में सोमवार को एक ऐतिहासिक कदम उठाया गया, जब नवादा नगर परिषद कार्यालय ने जमुआवां पटवासराय के पास डॉ. गंगा रानी सिन्हा कॉलेज से राष्ट्रीय उच्चपथ संख्या 20 पर मस्तानगंज तक बाईपास निर्माण कार्य की औपचारिक शुरुआत की। इस कार्यक्रम में नगर परिषद की मुख्य पार्षद पिंकी कुमारी ने जेसीबी मशीन से कच्चे मार्ग के निर्माण की नींव रखी।
कार्यक्रम में भाजपा जिलाध्यक्ष अनिल मेहता, जिला परिषद सदस्य विनीता मेहता, वार्ड पार्षद पति कृष्णा चौधरी उर्फ पड़कन चौधरी, वार्ड पार्षद सुनील देवी, साबो देवी, वार्ड पार्षद प्रतिनिधि टमाटर मुखिया और जदयू के नेता जीतेंद्र साव समेत अन्य गणमान्य लोग उपस्थित रहे। इस अवसर पर नगरवासियों में उत्साह का माहौल था क्योंकि लंबे समय से जाम की समस्या ने शहरवासियों का जीवन दूभर कर रखा था।
मुख्यमंत्री से सहमति मिल गई
मुख्य पार्षद ने बताया कि मुख्यमंत्री से उन्होंने छह मांगों को लेकर पत्र सौंपा था, जिन पर सहमति मिल गई है। मुख्यमंत्री सचिवालय ने इस संबंध में नगर विकास एवं आवास विभाग को निर्देश भेजे हैं। जिला प्रशासन ने भी इस परियोजना के प्रथम चरण की कार्रवाई पूरी कर बिहार सरकार को जानकारी भेज दी है। मुख्य कार्यपालक पदाधिकारी डॉ. अजीत कुमार शर्मा के साथ विचार-विमर्श के बाद दो जेसीबी मशीनों की सहायता से कच्चे मार्ग की रूपरेखा तैयार कर निर्माण कार्य प्रारंभ कर दिया गया है।
कच्चे रास्ते के निर्माण कार्य की शुरुआत
सोमवार को कच्चे रास्ते के निर्माण कार्य की विधिवत शुरुआत कर दी गई है। पूर्व मुख्य पार्षद संजय साव ने जानकारी दी कि मुख्यमंत्री ने बाईपास निर्माण को गंभीरता से लेते हुए इसे शीघ्र आरंभ करने का आश्वासन दिया था। फिलहाल लगभग सात से आठ किलोमीटर लंबे इस बाईपास मार्ग के लिए कच्चा रास्ता निकाला जा रहा है। अनुमान है कि एक महीने के भीतर कच्चा मार्ग पूरी तरह तैयार हो जाएगा। इसके बाद विभागीय स्वीकृति मिलने पर पक्की सड़क का निर्माण शुरू होगा, जिसमें छह से सात महीने का समय लग सकता है।