Bihar Corona Virus: कोरोना के नए वेरिएंट ने मचाया हड़कंप! बिहार समेत देश के दूसरे राज्यों में तेजी से बढ़ रहे मामले, जानें ताजा हालात
Bihar Corona Virus: कोरोना के नए सब-वैरिएंट LF-7 और NB1.8 के लक्षण बदल गए हैं। गले में खराश या बुखार नहीं, बल्कि तेज सिरदर्द, थकान और ऑक्सीजन की कमी जैसे लक्षण सामने आ रहे हैं। जानिए कैसे रखें सावधानी।
Bihar Corona Virus: कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच अब मरीज गले में खराश, खांसी या बुखार के बजाय तेज सिरदर्द, बदन दर्द, कमजोरी, और ऑक्सीजन स्तर में गिरावट लेकर डॉक्टरों के पास पहुंच रहे हैं।पटना के मेडिकल एक्पर्ट्स के अनुसारहाल ही में राजधानी में एक डॉक्टर और दो युवकों में पॉज़िटिव केस पाए गए हैं।इन मामलों में गले की कोई शिकायत नहीं थी, केवल थकावट और सिरदर्द जैसे लक्षण थे।महाराष्ट्र और दिल्ली में भी ऐसे केस मिल रहे हैं, जिससे बीपी और ब्रेन स्ट्रोक का खतरा बढ़ जाता है।
सिरदर्द और BP रोगियों के लिए खतरे की घंटी
कोरोना संक्रमण को लेकर हेल्थ एक्पर्ट्स ने चेतावनी दी कि जिनको ब्लड प्रेशर की समस्या है, उनके लिए यह स्ट्रेन ज्यादा खतरनाक हो सकता है। तेज सिरदर्द के चलते BP अचानक उच्च स्तर तक पहुंच सकता है, जिससे ब्रेन स्ट्रोक का खतरा पैदा हो जाता है।
क्यों लोग भ्रम में हैं?
आजकल के बदलते मौसम, लू और सामाजिक गतिविधियों (शादी-ब्याह आदि) के कारण लोग सामान्य लक्षणों को मौसमी थकान या सामान्य बीमारी समझ बैठते हैं।इससे कोरोना के मामलों की पहचान देर से होती है, जो जोखिम को और बढ़ाता है।
क्या वैरिएंट की जीनोमिक सीक्वेंसिंग हो रही है?
फिलहाल बिहार सहित कई राज्यों में नए स्ट्रेन की सीक्वेंसिंग नहीं हो रही है।जल्द ही RT-PCR पॉज़िटिव सैंपल की जीनोमिक जांच कर नए वैरिएंट की पुष्टि की जाएगी।
संक्रमण से बचाव के उपाय
ये छोटे-छोटे उपाय अपना कर रखें खुद को सुरक्षित:
सावधानी विवरण
मास्क लगाएं भीड़-भाड़ में मास्क या रूमाल से मुंह-नाक ढकें
सोशल डिस्टेंस बीमार या क्रोनिक रोगियों से दूरी बनाए रखें
हाथ धोएं किसी अंजान सतह को छूने के बाद साबुन से हाथ साफ करें
लक्षण दिखें तो आइसोलेट हो जाएं सिरदर्द, थकावट, उल्टी, नींद में परेशानी हो तो तुरंत डॉक्टर से परामर्श लें
“दामिनी ऐप” डाउनलोड करें आकाशीय बिजली या खराब मौसम की स्थिति में सुरक्षा के लिए
किनको ज्यादा सतर्क रहना चाहिए?
कोरोना के प्रकोप से कई तरह के लोगों बचने की ज्यादा जरूरत है, जैसे- मधुमेह, थायरॉइड और हृदय रोगी, गर्भवती महिलाएं। इसके अलावा वैसे लोग जिन्होंने अब तक वैक्सीन की दोनों डोज नहीं लगी है।