Bihar Coronavirus Case: बिहार में कोरोना वायरस ने पकड़ी रफ्तार! पटना सहित बख्तियारपुर तक फैला संक्रमण, स्वास्थ्य विभाग ने जताई चिंता

Bihar Coronavirus Case: बिहार में कोरोना संक्रमण फिर से रफ्तार पकड़ रहा है. पटना सहित बख्तियारपुर तक संक्रमण फैला. स्वास्थ्य विभाग ने सतर्कता और RTPCR जांच पर जोर दिया.

पटना में कोरोना का कहर!- फोटो : SOCIAL MEDIA

Bihar Coronavirus Case: बिहार की राजधानी पटना में एक बार फिर कोरोना संक्रमण की रफ्तार तेज़ होती नजर आ रही है.23 मई 2025 को जहां केवल दो मरीज मिले थे, वहीं शुक्रवार (31 मई) को 10 नए संक्रमित मरीज सामने आए, जो इस सीजन में एक दिन में सबसे अधिक संख्या है.

पटना में अब तक 46 लोग कोविड संक्रमित मरीज मिल चुके हैं. इसमें से 17 (होम आइसोलेशन में) ठीक हो चुके हैं. फिलहार 28 एक्टिव केस है. हालांकि, कोई भी मरीज अस्पताल में भर्ती नहीं है. डराने वाली बात ये है कि संक्रमण का विस्तार अब बख्तियारपुर जैसे प्रखंडों तक पहुंच चुका है, जिससे यह स्पष्ट है कि यह संक्रमण अब स्थानीय स्तर पर फैलने लगा है.

संक्रमितों में कौन-कौन शामिल?

सिविल सर्जन डॉ. अविनाश कुमार सिंह के अनुसार NMCH के एक इंटर्न डॉक्टर सहित चार संक्रमित है. गोलपुरा और अनीसाबाद के एक-एक नागरिक,  मेदांता जयप्रभा की एएनएम (ANM – Auxiliary Nurse Midwife) और बख्तियारपुर का एक निवासी कोरोना से संक्रमित है. NMCH के मेडिसिन ओपीडी में आए एक अन्य मरीज की भी रिपोर्ट पॉजिटिव (स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों में शामिल नहीं) है। इस सूची से साफ है कि संक्रमण चिकित्सा संस्थानों और समुदाय दोनों में फैल रहा है, जो चिंता का विषय है.\

निजी पैथोलॉजी में भी शुरू हुई RT-PCR जांच

सरकारी अस्पताल जैसे NMCH (नालंदा मेडिकल कॉलेज),AIIMS पटना,IGIMS और PMCH (पटना मेडिकल कॉलेज) में पहले से RTPCR जांच हो रही थी, लेकिन अब कई निजी पैथोलॉजी लैब्स ने भी RT-PCR जांच की सुविधा शुरू कर दी है. इससे जांच की उपलब्धता बढ़ी है, जिससे संभावित मरीजों की जल्दी पहचान और अलगाव संभव हो सकेगा.

संक्रमण क्यों बढ़ रहा है?

विशेषज्ञों और स्वास्थ्य अधिकारियों के अनुसार, संक्रमण बढ़ने के पीछे सबसे बड़ा कारण है कोरोना अनुकूल व्यवहार (Covid Appropriate Behaviour) का पालन नहीं किया जाना. लोग सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं कर रहे हैं। मास्क पहनने में लापरवाही बरत रहे हैं. हैंड सैनिटाइजर का इस्तेमाल नहीं कर रहे हैं। सर्दी-खांसी-बुखार को हल्के में लिया जा रहा है।बड़ी संख्या में लोग सर्दी-खांसी, बदन दर्द और बुखार की शिकायत लेकर अस्पतालों में पहुंच रहे हैं, लेकिन इसे बदलते मौसम का प्रभाव मानकर कोविड टेस्ट नहीं करा रहे हैं. यही साइलेंट स्प्रेड का कारण बनता है.

क्या करें? सावधानी ही सुरक्षा

 कोविड अनुकूल व्यवहार अपनाएं:

सार्वजनिक स्थानों पर मास्क पहनें

सामाजिक दूरी बनाए रखें

हाथों को बार-बार साबुन या सैनिटाइज़र से साफ करें

भीड़-भाड़ वाले स्थानों से बचें

हल्के लक्षण होने पर भी कोविड टेस्ट कराएं

जरूरत हो तो जांच कहां कराएं?

NMCH, AIIMS पटना, IGIMS, PMCH

निजी पैथोलॉजी लैब्स (जिन्हें ICMR से मान्यता मिली हो)