Bihar Politics: बिहार में विधानसभा चुनाव से पहले चढ़ा राजनीतिक पारा! BJP ने RJD के खिलाफ छेड़ दी पोस्टर वॉर, रीतलाल यादव समेत कई नेता को बताया वांटेड

बिहार चुनाव 2025 से पहले बीजेपी और राजद के बीच सियासी घमासान तेज हो गया है। बीजेपी ने तीन राजद विधायकों को 'फरार' बताते हुए पोस्टर जारी किया है। जानिए पूरा मामला।

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political battle - फोटो : social media

 Bihar Politics:बिहार में इसी साल होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर राजनीतिक पारा चढ़ने लगा है। एक तरफ नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव लगातार एक्स (पूर्व ट्विटर) हैंडल पर राज्य में अपराध और कानून व्यवस्था को लेकर नीतीश कुमार की एनडीए सरकार को निशाने पर ले रहे हैं, वहीं अब बीजेपी ने भी करारा पलटवार करते हुए राजद के तीन विधायकों को लेकर बड़ा दावा किया है। बिहार बीजेपी ने अपने आधिकारिक सोशल मीडिया हैंडल पर एक पोस्टर शेयर किया है, जिसमें इन तीन विधायकों को 'फरार' घोषित किया गया है।

बीजेपी ने पोस्टर में रीतलाल यादव, शंभू नाथ यादव और मनोज यादव की तस्वीरों के साथ लिखा है कि ये तीनों विधायक वांटेड हैं और पुलिस को इनकी तलाश है। पोस्टर के नीचे लिखा गया है— “अगर RJD के हाथ आई सत्ता इस बार, तो न जाने क्या होगा बिहार का हाल।” इसके साथ पोस्ट में सवाल पूछा गया है कि “भ्रष्टाचारियों को सत्ता में लाना है या बिहार को सुरक्षित बनाना है? फैसला आपका है, सोचिएगा ज़रूर।”

इस पोस्टर के बाद बिहार की सियासत में एक बार फिर हलचल मच गई है। रीतलाल यादव, जो दानापुर से राजद विधायक हैं, हाल ही में तब चर्चा में आए जब पटना के बिल्डर कुमार गौरव ने उनके खिलाफ रंगदारी और जान से मारने की धमकी का आरोप लगाया। पुलिस ने उनके ठिकानों पर छापेमारी की, जिसमें 10 लाख रुपये नकद, चेक बुक, पेन ड्राइव और वॉकी-टॉकी बरामद हुए। हालांकि रीतलाल यादव उस वक्त घर पर नहीं मिले। इसके बाद उन्होंने सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हुए आरोप लगाया कि उन्हें और उनके परिवार को बिना सर्च वारंट के सुबह से परेशान किया गया। उन्होंने इसे पूरी तरह से राजनीतिक साजिश और बदले की भावना से प्रेरित कार्रवाई बताया।

दूसरे विधायक शंभू नाथ यादव, जो बक्सर जिले के ब्रह्मपुर से विधायक हैं, उन पर महिलाओं के साथ अभद्रता करने का आरोप लगा। घटना एक साड़ी वितरण कार्यक्रम की है, जिसमें महिलाओं को धक्का देने और साड़ी से मारने का आरोप सामने आया। इस कार्यक्रम में भारी हंगामा हुआ और भगदड़ जैसी स्थिति उत्पन्न हो गई।

तीसरे विधायक मनोज कुमार यादव मोतिहारी के कल्याणपुर से विधायक हैं। उन पर सरकारी काम में बाधा डालने, सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने और भीड़ इकट्ठा करने जैसे गंभीर आरोप लगे हैं। उनके खिलाफ कोटवा थाने में एफआईआर दर्ज की गई है। आरोप है कि एनएचआई द्वारा एनएच पर एक अवैध कट को बंद किया जा रहा था, जिसे रोकने के लिए विधायक अपने समर्थकों के साथ पहुंचे और सरकारी कार्य में अड़चन डाली।

तेजस्वी यादव इन दिनों लगातार बिहार में अपराध को लेकर सरकार पर सवाल उठा रहे हैं। लेकिन बीजेपी का कहना है कि जब राजद के खुद के विधायकों पर गंभीर आपराधिक आरोप हों, तो जनता को यह भी सोचने की जरूरत है कि वे किसे सत्ता में लाना चाहते हैं।

चुनाव से पहले ऐसे पोस्टर और आरोप-प्रत्यारोप बिहार की राजनीति में नया मोड़ ले सकते हैं। बीजेपी की यह रणनीति साफ है कि वह राजद को अपराध से जोड़कर जनता के बीच एक मजबूत नैरेटिव खड़ा करना चाहती है। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि राजद इस पोस्टर का जवाब किस अंदाज में देता है।

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