Bihar New Four Lane: बिहार को मिली एक और फोरलेन सड़क, इस दिन से शुरु होगा निर्माण कार्य, नितिन गडकरी ने दी जानकारी
Bihar New Four Lane: बिहार को एक और फोरलेन सड़क की सौगात मिली है। एनएच-31 के निर्माण को मोदी सरकार ने मंजूरी दे दी है। कुछ दिनों में यह प्रस्ताव कैबिनेट से भी पारित हो जाएगा।
Bihar New Four Lane: बिहार में एक और फोरलेन सड़क बनने का रास्ता साफ हो गया है। खगड़िया और पूर्णिया के बीच नई फोरलेन सड़क बनाई जाएगी। केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय ने 143 किलोमीटर लंबी इस परियोजना को मंजूरी दे दी है। इस पर करीब 4000 करोड़ रुपये खर्च होंगे। केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने गुरुवार को लोकसभा में यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि परियोजना को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की कैबिनेट की औपचारिक मंजूरी मिलना बाकी है, जिसे जल्द ही स्वीकृति मिलने की उम्मीद है।
एनएच-31 निर्माण को मिली मंजूरी
दरअसल, लोकसभा के शीतकालीन सत्र के दौरान लोजपा (रामविलास) के सांसद राजेश वर्मा ने खगड़िया–पूर्णिया सड़क का मुद्दा उठाया। प्रश्नकाल में उन्होंने कहा कि खगड़िया लोकसभा क्षेत्र बेहद पिछड़ा है। पटना से बेगूसराय तक फोरलेन सड़क है, लेकिन खगड़िया से पूर्णिया तक अब भी सिंगल लेन सड़क है। जिससे लगातार सड़क हादसे हो रहे हैं। उन्होंने एनएच-31 के निर्माण को लेकर मंजूरी की समयसीमा पूछी।
खगड़िया से पूर्णिया तक की फोरलेन सड़क को मिली मंजूरी
इस पर जवाब देते हुए केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि खगड़िया से पूर्णिया तक 143 किलोमीटर लंबी फोरलेन सड़क परियोजना को मंजूरी दे दी गई है। कैबिनेट को प्रस्ताव भेजा जा चुका है और अगले 10 से 15 दिनों में स्वीकृति मिलने की संभावना है। मंजूरी मिलते ही कार्य शुरू कर दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि टेंडर प्रक्रिया पहले से तैयार है और फोरलेन बनने के बाद इस रूट पर सड़क दुर्घटनाओं में भारी कमी आएगी। अगले एक से डेढ़ महीने में काम शुरू होने की उम्मीद है।
एनएच-107 पर भी दी गई स्थिति की जानकारी
सांसद राजेश वर्मा ने एक अन्य सवाल में महेशपुर से सोनबरसा होते हुए सहरसा, मधेपुरा, मुरलीगंज से पूर्णिया तक 177 किलोमीटर लंबी सड़क (एनएच-107) के निर्माण में हो रही देरी का मुद्दा उठाया। उन्होंने बताया कि इस सड़क को 2018 में मंजूरी मिली थी और 1400 करोड़ रुपये की लागत से 2020 तक इसका निर्माण पूरा होना था, लेकिन लगातार समयसीमा बढ़ाई जा रही है।
मार्च 2026 तक पूरा होगा काम
इस पर केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि एनएच-107 के पैकेज-1 में कई समस्याएं आईं। राज्य सरकार की ओर से भूमि अधिग्रहण में देरी, अलाइनमेंट में बदलाव, ठेकेदार कंपनी की खराब वित्तीय स्थिति और रेलवे द्वारा आरओबी के डिजाइन की मंजूरी में देरी के कारण काम प्रभावित हुआ। उन्होंने बताया कि अब परियोजना प्रगति पर है और पैकेज-1 का कार्य मार्च 2026 से पहले पूरा कर लिया जाएगा। आरओबी का निर्माण अगस्त 2026 तक पूरा होने की उम्मीद है। गडकरी ने यह भी बताया कि पैकेज-2 में भी इसी तरह की दिक्कतें आई थीं, लेकिन उसका करीब 80 प्रतिशत काम पूरा हो चुका है और मार्च 2026 तक उसे भी पूरा कर लिया जाएगा।