Bihar Weather: अब तपेगा बिहार ! पटना सहित इन जिलों में भीषण गर्मी के आसार, आज इन जिलों में होगी बारिश
Bihar Weather: बिहार में अब मानसून का असर नहीं दिख रहा है। प्रदेश के कई जिलों में गर्मी से लोगों का हाल बेहाल है। वहीं अब बिहार में बारिश के संभावनाएं बेहद कम है।
Bihar Weather: बिहार में मानसून की सुस्त चाल के कारण अगले दो सप्ताह तक बारिश की गतिविधि लगभग थम सी गई है। इससे राज्य में सोमवार से अधिकतम तापमान में 2 से 3 डिग्री सेल्सियस तक की क्रमिक वृद्धि होने की संभावना है। हालांकि न्यूनतम तापमान में खास बदलाव के संकेत नहीं हैं। ऐसे में दिन में लोगों को भीषण गर्मी झेलनी पड़ेगी।
दक्षिण बिहार में बारिश के आसार
इधर, दक्षिण बिहार के कुछ हिस्सों में ठनका गिरने और आकाशीय बिजली के साथ हल्की बारिश के आसार बने हुए हैं। मौसम विभाग ने 30 से 40 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलने का येलो अलर्ट जारी किया है। वहीं रविवार को प्रदेश के 10 जिलों में हल्की से मध्यम बारिश दर्ज की गई। पटना में भी बूंदाबांदी हुई, जबकि गया में सर्वाधिक 7 मिलीमीटर वर्षा दर्ज की गई।
गोपालगंज रहा सबसे गर्म
मौसम विभाग के अनुसार रविवार को प्रदेश में सबसे अधिक तापमान गोपालगंज में 38.7 डिग्री और सबसे कम तापमान सहरसा के अगवानपुर में 25.1 डिग्री रिकॉर्ड किया गया। पूर्वी चंपारण में 35 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलीं। पटना में सोमवार को आंशिक बादल छाए रहने के आसार हैं। रविवार को राजधानी में सुबह से ही सूरज ने तल्ख तेवर दिखाए। जिससे भीषण गर्मी का एहसास हुआ। यहां अधिकतम तापमान 35.1 और न्यूनतम तापमान 27.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ, जो क्रमशः 1.4 और 0.4 डिग्री अधिक है।
बारिश की संभावनाएं कम
मौसम विशेषज्ञों ने बताया कि मानसून ट्रफ लाइन अपनी सामान्य स्थिति से दक्षिण की ओर खिसक गई है। जिसके चलते बिहार में बारिश की गतिविधियां बेहद कम हो गई हैं। इसे मानसून का 'ड्राइ स्पेल' कहा जा रहा है। मालूम हो कि मानसून की शुरुआत में करीब 19 दिन तक यह बिहार की सीमाओं के पास ही अटका रहा था और फिर अचानक सक्रिय हुआ। अब बारिश की संभावना बहुत कम है।
नदियों का जलस्तर बढ़ा
पिछले दिनों हुई लगातार बारिश से प्रदेश की नदियां भी उफान पर आ गई थीं। गंगा, कोसी और गंडक समेत कई नदियों के जलस्तर में तेजी से बढ़ोतरी दर्ज की गई। हालांकि अब जलस्तर में ठहराव है और कोसी का पानी धीरे-धीरे घटने भी लगा है। इससे लोगों में बाढ़ की आशंका कम जरूर हुई है, लेकिन प्रशासन की ओर से एहतियातन बाढ़ से बचाव के इंतजाम पहले ही शुरू कर दिए गए थे। कई इलाकों में जलस्तर बढ़ने से गांवों का संपर्क भी जिला मुख्यालयों से टूटने लगा था।
पटना में ठनका गिरने की संभावना
इधर, IMD पटना ने सोमवार को पटना, बक्सर, भोजपुर, रोहतास सहित कोसी-सीमांचल और भागलपुर, बांका, मुंगेर समेत कई जिलों में ठनका गिरने की चेतावनी जारी की है। हालांकि प्रदेश के 12 जिलों में कोई चेतावनी जारी नहीं की गई है। मौसम विभाग ने लोगों को सतर्क रहने और खराब मौसम में घरों से बाहर निकलने से बचने की सलाह दी है।