Bihar News: पटना की सड़कों पर अब नहीं दिखेगा मोदी-नीतीश-तेजस्वी या प्रशांत किशोर का पोस्टर, डीएम ने हटाने का दिया आदेश, जानिए क्यों?
Bihar News: पटना डीएम के आदेश के बाद अब सड़कों से मोदी-नीतीश- तेजस्वी और प्रशांत किशोर के चुनावी पोस्टर हटाए जा रहे हैं। सभी स्थानों से पोस्टर हटाए जा रहे हैं, आइए जानते हैं ऐसा निर्णय क्यों लिया गया है...?

राजधानी पटना की सड़कों पर अब आपको पीएम मोदी, सीएम नीतीश, तेजस्वी या प्रशांत किशोर का पोस्टर देखने को नहीं मिलेगा। सड़कों पर राजनेताओं के पोस्टर बैनरों का भरमार है। कहीं राजद की ओर से तो कहीं जदयू-बीजेपी की ओर से अपने नेता की तस्वीर और कामों को गिनाया गया है। लेकिन अब इस राजनीतिक दलों को बड़ा झटका लगने वाला है। पटना डीएम ने इसको लेकर बड़ा आदेश दिया है।
प्रशासन की सख्ती
दरअसल, आगामी बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर पटना शहर की दीवारें, चौक-चौराहे, अंडरपास और सड़कों के किनारे राजनीतिक दलों के पोस्टरों और डिजिटल वॉल पेंटिंग से पटे हुए हैं। जदयू, राजद, भाजपा और जन सुराज जैसे प्रमुख दलों ने शहर के कोने-कोने में नीतीश कुमार, तेजस्वी यादव, नरेंद्र मोदी और प्रशांत किशोर की तस्वीरों वाले पोस्टर लगा रखे थे। लेकिन अब प्रशासन ने इस पर सख्ती दिखानी शुरू कर दी है।
पटना DM का आदेश
पटना के जिलाधिकारी त्याग राजन ने सभी राजनीतिक पोस्टरों को तुरंत हटाने का निर्देश दिया है। इसके बाद नगर निगम की टीमों ने शहर में पोस्टर हटाने का अभियान तेज कर दिया है। बेली रोड, अनीसाबाद, गांधी मैदान जैसे इलाकों में सबसे पहले कार्रवाई शुरू की गई है। नगर निगम कर्मी की मानें तो उन्हें स्पष्ट निर्देश मिला है कि शहर के सभी पोस्टर हटाने हैं। खुद एसडीएम ने कहा है कि किसी भी सरकारी या सार्वजनिक दीवार पर कोई पोस्टर नहीं दिखना चाहिए।
पोस्टर हटाने में मुश्किल
पोस्टर हटाने के लिए कर्मियों को एक दिन का 500 रुपये मिल रहा है। कर्मी एक दिन में लगभग 10 पोस्टर हटा रहे हैं लेकिन कई पोस्टर इतने मजबूत गोंद से चिपकाए गए हैं कि उन्हें हटाने में आधे घंटे तक का समय लग रहा है। ऐसे में सभी पोस्टरों को हटाने उनके लिए मुश्किल हो रहा है।
पोस्टरों पर खर्च भारी
बता दें कि, चुनाव प्रचार में खर्च के लिहाज से भी यह पोस्टर अभियान महंगा सौदा है। एक पोस्टर लगाने में करीब 250-300 रुपये तक खर्च आता है। कई स्थानों पर जन सुराज के कार्यकर्ताओं ने राजद और जदयू के पोस्टरों पर अपने पोस्टर चिपका दिए, जिससे विवाद की आशंका भी बढ़ गई। वहीं प्रशासन ने यह भी संकेत दिया है कि आदर्श आचार संहिता लागू होते ही दीवारों पर पोस्टर चिपकाने जैसी गतिविधियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। इस बीच नगर निगम की कार्रवाई जारी है और अगले कुछ दिनों में पटना शहर की दीवारें एक बार फिर पोस्टर मुक्त नजर आ सकती हैं।