Bihar Politics: 5 साल बाद चिराग पासवान ने किया खुलासा, 2020 में क्यों अकेले लड़ा था चुनाव, JDU को दिया था बड़ा झटका

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2020 में अकेले चुनाव लड़ना सही...- फोटो : social media

Bihar Politics: बिहार में नई सरकार बनने के बाद अब विभागों के बंटवारे का इंतज़ार है। इससे पहले केंद्रीय मंत्री और एलजेपी (रामविलास) के अध्यक्ष चिराग पासवान ने पटना में प्रेस कॉन्फ्रेंस की। जिसमें उन्होंने पार्टी की मजबूती, बीते वर्षों की चुनौतियों और आगे की रणनीति पर विस्तार से बात की। चिराग पासवान ने कहा कि साल 2009 पार्टी के लिए सबसे मुश्किल समय था, लेकिन 2019 और 2024 के लोकसभा चुनाव में एलजेपी (आर) ने शानदार प्रदर्शन किया। उन्होंने बताया कि पिता रामविलास पासवान के निधन के बाद भी उन्होंने अकेले चुनाव लड़ने के फैसले पर डटे रहकर पार्टी को फिर से खड़ा किया।

2020 का फैसला सही

चिराग ने कहा कि 2020 में अकेले चुनाव लड़ने का फैसला बिल्कुल सही था। उसी ने आज पार्टी को मजबूती दी है। 2020 में एनडीए से अलग होकर LJP(R) ने 130+ सीटों पर चुनाव लड़ा था और केवल एक सीट मिली थी। चिराग ने कहा कि इस हार ने पार्टी को सीख दी, टीम को मजबूत किया और आने वाले चुनावों के लिए जमीन तैयार की। 2025 विधानसभा चुनाव में पार्टी ने 19 सीटें जीतकर मजबूत वापसी की है।

स्थापना दिवस और बिहार यात्रा की तैयारी

चिराग पासवान ने एलजेपी (आर) का स्थापना दिवस 28 नवंबर को पटना में भव्य रूप से मनाने की घोषणा की। जनवरी में खरमास समाप्त होने के बाद पार्टी पूरे बिहार की यात्रा शुरू करेगी। इस दौरान छोटी-छोटी स्थानीय समस्याओं को चिन्हित कर उनके समाधान पर काम किया जाएगा। उन्होंने यह भी बताया कि दलित सेना का पुनर्गठन किया जाएगा और इसकी जिम्मेदारी अरुण भारती को सौंपी गई है।

चिराग की पार्टी से बने दो विधायक

चिराग की पार्टी के दो विधायकों ने मंत्री पद की शपथ ली। संजय कुमार पासवान (बखरी) और संजय सिंह (महुआ)  जिन्होंने तेजप्रताप यादव को हराया उन्होंने शपथ ली। चिराग पासवान ने कहा कि हम अब सरकार के समर्थन में सिर्फ नहीं हैं बल्कि हम सरकार में शामिल हैं। बता दें कि,गुरुवार को गांधी मैदान में हुए समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी मौजूद थे। मंच पर चिराग ने जेपी नड्डा और जीतन राम मांझी के पैर छूकर आशीर्वाद लिया।

जनता बदलाव चाहती है

चिराग ने दावा किया कि 2014 से पार्टी निरंतर मजबूत हुई है। कठिन समय आने पर भी कार्यकर्ताओं ने हार नहीं मानी। उन्होंने कहा कि, हमारी प्राथमिकता सिर्फ राजनीति नहीं, बल्कि बिहार की समस्याओं को हल करना और राज्य को तेजी से आगे बढ़ाना है। जनता ने हमारे फैसलों पर भरोसा किया है और हम उस भरोसे पर खरा उतरेंगे। विभागों के बंटवारे से पहले चिराग का यह राजनीतिक संदेश स्पष्ट करता है कि नई सरकार में एलजेपी (आर) अपनी भूमिका को और मजबूत करना चाहती है।