Bihar News: CM नीतीश आज पटना को देंगे बड़ी सौगात, बिहार गौरव पार्क का करेंगे शिलान्यास, 'वेस्ट टू वंडर' थीम पर होगा निर्माण, जानिए खासियत
Bihar News: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार आज पटना को बड़ी सौगात देने जा रहे हैं। सीएम आज बिहार गौरव पार्क का शिलान्यास करेंगे। पार्क का निर्माण 15 करोड़ की लागत से होगा...पढ़िए आगे...
Bihar News: बिहार विधानसभा चुनाव से पहले सीएम नीतीश आज बिहार को बड़ी सौगात देने वाले हैं। सीएम नीतीश आज बिहार गौरव पार्क का शिलान्यास करेंगे। दरअसल, राजधानी पटना को एक और सांस्कृतिक और पर्यटन स्थल मिलने जा रहा है। बांसघाट के समीप देशरत्न डॉ. राजेंद्र प्रसाद बिहार गौरव पार्क का निर्माण ‘वेस्ट टू वंडर’ थीम पर किया जाएगा। इस पार्क का शिलान्यास आज यानी बुधवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार करेंगे।
15 करोड़ की लागत से होगा निर्माण
करीब 15 करोड़ की लागत से 10 एकड़ क्षेत्र में बनने वाला यह पार्क न सिर्फ पर्यावरण के संरक्षण को बढ़ावा देगा बल्कि बिहार की समृद्ध संस्कृति, इतिहास और विरासत का प्रदर्शन भी करेगा। इसमें बेकार और कबाड़ सामग्री का उपयोग कर राज्य के प्रतिष्ठित स्थलों और प्रतीकों की कलाकृतियां बनाई जाएंगी।
पर्यावरण और पर्यटन को मिलेगा बढ़ावा
पथ निर्माण मंत्री नितिन नवीन ने जानकारी देते हुए कहा कि यह पार्क देश के पहले राष्ट्रपति डॉ. राजेंद्र प्रसाद के नाम पर बन रहा है। इसका उद्देश्य पटना में एक स्थायी, आकर्षक और सांस्कृतिक रूप से जीवंत स्थल तैयार करना है, जहां पर्यटक और आमजन वेस्ट टू आर्ट मूर्तियों के माध्यम से बिहार की गौरवशाली विरासत को देख सकें।
क्या होगा खास?
पार्क में टायर, चूड़ियां, इलेक्ट्रिक वेस्ट, बोतलें, टूटे पाइप और धातु के कबाड़ से कलाकृतियां बनाई जाएंगी। इसमें विश्व शांति स्तूप, पुनौरा धाम, नालंदा विश्वविद्यालय, विष्णुपद मंदिर, शेरशाह सूरी टॉम्ब, अशोक स्तंभ, मुंडेश्वरी मंदिर और बराबर की गुफाएं जैसी प्रसिद्ध धरोहरों की मूर्तियां लगाई जाएंगी। फूड कोर्ट और बाहरी दीवारों को बिहार की पारंपरिक कलाओं जैसे मधुबनी पेंटिंग, मंजूषा आर्ट, टिकुली कला और सुजनी कढ़ाई से सजाया जाएगा।
लोगों के लिए आनंद और सीख का केंद्र
मंत्री नवीन ने बताया कि यह पार्क न केवल बच्चों और युवाओं के लिए एक शिक्षाप्रद स्थल बनेगा, बल्कि पर्यटकों और परिवारों के लिए मनोरंजन और जानकारी का भी केन्द्र होगा। यह स्थल राज्य के गौरवपूर्ण अतीत, कला और सांस्कृतिक विरासत को जीवंत रूप में सामने लाएगा।