DM से सेटिंग कर चुनाव जीतने पर क्या हुआ थी बात ? जीतन राम मांझी ने खोला राज, 1990 में भी ऐसा हुआ था
Jitan Ram Manjhi: वोट चोरी, चुनाव में धांधली और निर्वाचन आयोग की निष्पक्षता को लेकर विपक्ष की ओर से लगातार सवाल उठाए जाने के बीच केंद्रीय मंत्री और हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (HAM) के प्रमुख जीतनराम मांझी ने रीकाउंटिंग से जुड़े एक वायरल वीडियो पर अपनी प्रतिक्रिया दी है। मांझी ने वीडियो को गलत और भ्रामक बताते हुए कहा कि उनकी बात को संदर्भ से अलग कर पेश किया गया है।
जीतनराम मांझी ने स्पष्ट किया कि उनका आशय किसी भी तरह से चुनावी प्रक्रिया या मशीनरी पर सवाल उठाने का नहीं था। उन्होंने कहा कि मतगणना के दौरान अक्सर उम्मीदवारों की ओर से रीकाउंटिंग की मांग की जाती है और कई बार इससे नतीजों में बदलाव भी हो जाता है। इसी सामान्य प्रक्रिया की बात उन्होंने की थी, लेकिन उसे तोड़-मरोड़कर गलत अर्थ में वायरल कर दिया गया।
टिकारी विधानसभा सीट का जिक्र करते हुए मांझी ने कहा कि वहां हार के लिए उम्मीदवार अनिल कुमार खुद जिम्मेदार हैं। उनके मुताबिक, जैसे ही मतगणना में अनिल कुमार पीछे हुए, वे मैदान छोड़कर चले गए। मांझी ने बताया कि उन्होंने उम्मीदवार से कहा था कि अगर आप पीछे चल रहे थे तो आपको चुनाव अधिकारी के सामने रीकाउंटिंग की मांग करनी चाहिए थी।
मांझी ने दो टूक कहा, “मेरा कैंडिडेट को मैदान छोड़कर नहीं भागना चाहिए था। गलती उन्हीं की है।” उन्होंने अपने पुराने अनुभव का हवाला देते हुए कहा कि वर्ष 1990 में वे स्वयं 127 वोटों से चुनाव हारे थे, लेकिन उन्होंने कभी चुनावी मशीनरी या अधिकारियों पर सवाल नहीं उठाए। उन्होंने कहा कि उसी अनुभव को आज तोड़-मरोड़कर पेश किया जा रहा है।
केंद्रीय मंत्री ने साफ किया कि चुनाव प्रक्रिया, मशीनरी या पदाधिकारियों में कोई दोष नहीं है। उनके अनुसार, कई बार हार की असली वजह उम्मीदवार और कार्यकर्ताओं की रणनीतिक चूक होती है। उन्होंने कहा कि इस मामले में भी कार्यकर्ताओं की कमजोरी और उम्मीदवार का मैदान छोड़कर जाना ही हार का कारण बना।