Operation Sindoor: एक्शन मोड में बिहार सरकार! आपरेशन सिंदूर के बाद युद्ध की आशंका, स्वास्थ्य विभाग ने लिया बड़ा फैसला
ऑपरेशन सिंदूर के बाद बढ़ती युद्ध की आशंका को देखते हुए बिहार में अस्पतालों को अतिरिक्त दवाओं और संसाधनों से लैस किया जा रहा है। जानिए पूरी सरकारी रणनीति।
Operation Sindoor: भारत की ऑपरेशन सिंदूर के तहत की गई निर्णायक कार्रवाई के बाद, युद्ध की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता। यही कारण है कि अब केवल सेना ही नहीं, बल्कि देश के अस्पताल भी युद्ध मोड में आ चुके हैं। बिहार राज्य स्वास्थ्य विभाग ने इस संभावना को ध्यान में रखते हुए व्यापक आपातकालीन तैयारी शुरू कर दी है।
स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव की अध्यक्षता में शुक्रवार को एक उच्च स्तरीय बैठक आयोजित की गई, जिसमें स्पष्ट निर्देश दिए गए कि राज्यभर के अस्पतालों को अतिरिक्त दवाओं, सर्जिकल उपकरणों और ऑक्सीजन की व्यवस्था करनी होगी।
अस्पतालों को दिए गए दिशा-निर्देश
सभी मेडिकल कॉलेज, सदर अस्पताल और प्रखंड स्तर के PHC (Primary Health Centre) को निर्देशित किया गया है कि वे 10% अतिरिक्त जीवनरक्षक दवाएं स्टॉक करें। सर्जिकल सामान, एंटीबायोटिक्स, दर्द निवारक और ट्रॉमा ट्रीटमेंट के लिए जरूरी औषधियां रखें ऑक्सीजन सिलेंडर और डिलीवरी उपकरण, रक्तचाप नियंत्रक, एंटी-टॉक्सिन और ब्लीडिंग कंट्रोल दवाएं विशेष रूप से उपलब्ध हों। गोल्डन आवर में सही उपचार उपलब्ध न हो पाने से जान जाने का खतरा होता है। इसलिए राज्य स्तर पर भंडारण बढ़ाना अनिवार्य है।
B.C.D.A. ने दी राहत राज्य में दवा की कोई कमी नहीं
बिहार केमिस्ट एंड ड्रगिस्ट एसोसिएशन (BCDA) के अध्यक्ष परसन कुमार सिंह ने स्पष्ट किया कि राज्य में आवश्यक दवाओं का पर्याप्त स्टॉक है। उन्होंने यह भी बताया कि थोक विक्रेताओं, वितरकों और खुदरा विक्रेताओं के साथ समन्वय बनाकर लगातार निगरानी हो रही है। दवा निर्माताओं और नियंत्रण केंद्रों से सीधा संवाद बना हुआ है। सभी जरूरी दवाएं उपलब्ध हैं और राज्य सरकार के साथ सहयोग से स्थिति को पूरी तरह नियंत्रित किया जा रहा है।
आम नागरिकों के लिए सलाह
BCDA ने आम जनता से भी अपील की है
दवाओं की जमाखोरी न करें
अनावश्यक मात्रा में खरीदारी से बचें
सरकारी निर्देशों का पालन करें
जरूरतमंदों को प्राथमिकता दें
आपातकालीन स्थितियों में व्यवस्था बनाए रखना हमारी प्राथमिकता है, कृपया घबराएं नहीं। ❞ – परसन कुमार सिंह, अध्यक्ष, BCDA