Patna News: पटना बना मैनहोल एम्बुलेंस सेवा शुरू करने वाला देश का पहला शहर, मरम्मत के लिए नहीं करना होगा इंतजार, अब मैनहोल एम्बुलेंस करेगी शहर की गलियों की निगहबानी
Patna News: पटना की सड़कों और गलियों में टूटे-फूटे, खुले और खतरनाक मैनहोल की समस्याओं से निजात दिलाने के लिए निगम ‘मैनहोल एम्बुलेंस’ की शुरुआत कर रहा है।
Patna News:पटना नगर निगम ने शहरी समस्याओं के निदान के क्षेत्र में एक अभिनव पहल की है, जो न केवल तकनीकी दक्षता का उदाहरण है, बल्कि पर्यावरणीय पुनर्चक्रण की मिसाल भी पेश करती है। शहर की सड़कों और गलियों में टूटे-फूटे, खुले और खतरनाक मैनहोल की समस्याओं से निजात दिलाने के लिए निगम ‘मैनहोल एम्बुलेंस’ की शुरुआत कर रहा है। यह सुविधा पूरे नगर क्षेत्र के 75 वार्डों में उपलब्ध होगी और मैनहोल की मरम्मती का कार्य महज 48 घंटे के भीतर पूर्ण करने का लक्ष्य रखेगी।
इस एम्बुलेंस में मैनहोल रिपेयरिंग टीम के साथ प्री-फैब ढक्कन, औजार और जरूरी सामग्री सुसज्जित होंगी। समस्या की सूचना मिलते ही यह वाहन संबंधित स्थल पर त्वरित पहुँचकर कार्य संपादित करेगा। यह व्यवस्था क्विक रिस्पांस टीम की तरह कार्य करेगी और एक कंट्रोल रूम से जुड़ी रहेगी। नागरिक टोल फ्री नंबर 155304 पर कॉल करके शिकायत दर्ज कर सकेंगे।
उल्लेखनीय है कि इस प्रयोग के तहत नगर निगम ने ‘वेस्ट टू वंडर’ की तर्ज पर कबाड़ में पड़ी पुरानी गाड़ियों का नवोन्मेषी उपयोग किया है। पहले जिन गाड़ियों को अनुपयोगी समझ छोड़ दिया गया था, उन्हीं से छह मैनहोल एम्बुलेंस तैयार की गई हैं—जिन्हें शहर के छह अंचलों में तैनात किया जाएगा। निगम पूर्व में इन्हीं बेकार गाड़ियों से ‘पिंक टॉयलेट’ और ‘लू कैफे’ जैसे प्रकल्प भी बना चुका है।
मानसून के मौसम में जलभराव और सड़कों पर मैनहोल की स्थिति आम जनता के लिए जोखिमभरी हो जाती है। ऐसे में यह एम्बुलेंस सेवा जनसुरक्षा, नागरिक सुविधा और शहरी सौंदर्यकरण—तीनों को एक साथ साधने का एक अनुकरणीय प्रयास है। यह पहल पटना को देश में पहला ऐसा नगर बना देती है, जहां मैनहोल की मरम्मती के लिए इस प्रकार की सशक्त मोबाइल सेवा शुरू की गई है।