पटना के गालीबाज़ पुलिसवालों पर गिरी गाज, बड़े साहब ने नाप दिया, विभाग में हड़कंप

। नदी थाना क्षेत्र के कच्ची दरगाह बिद्दुपुर सिक्स लेन पर दो पुलिसकर्मियों द्वारा एक बाइक राइडर को रोककर उससे अमर्यादित भाषा, गाली-गलौज और तमाचा जड़ने की हरकत ने पूरे विभाग में हड़कंप मचा दिया।

पटना के गालीबाज़ पुलिसवालों पर गिरी गाज- फोटो : reporter

Patna Police: राजधानी पटना में कानून के रखवाले ही क़ानून तोड़ते नज़र आए, और सोशल मीडिया पर वायरल हुए एक वीडियो ने पूरे महकमे की आँखें खोल दीं। नदी थाना क्षेत्र के कच्ची दरगाह बिद्दुपुर सिक्स लेन पर दो पुलिसकर्मियों द्वारा एक बाइक राइडर को रोककर उससे अमर्यादित भाषा, गाली-गलौज और तमाचा जड़ने की हरकत ने पूरे विभाग में हड़कंप मचा दिया। घटना के सामने आते ही वरीय पुलिस अधिकारियों ने दोनों पुलिसकर्मियों को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया।

यह पूरा मामला उस वक्त सामने आया जब अभिषेक राजपूत नाम का एक युवक अपनी बाइक पर स्टंट करते हुए तेज रफ़्तार में चल रहा था। जैसे ही वह ब्रिज के ऊपर पहुँचा, ड्यूटी पर मौजूद एक पुलिसकर्मी अचानक बीच सड़क पर आ गया और राइडर को रुकने का इशारा किया। रुकते ही पुलिसकर्मी ने अभिषेक पर बेहिसाब चिल्लाना शुरू कर दिया और उस पर गंदी-फूहड़ भाषा का इस्तेमाल करते हुए उसे डराने-धमकाने लगा।

कुछ ही सेकंड में दूसरा पुलिसकर्मी भी पहुँच गया और बिना कोई तफ्तीश किए अभिषेक को मां-बहन की गालियाँ देते हुए एक ज़ोरदार तमाचा रसीद कर दिया। हालांकि दोनों पुलिसकर्मियों को अंदाज़ा नहीं था कि अभिषेक पूरा वाक़या अपने मोबाइल में रिकॉर्ड कर रहा है। युवक ने वही वीडियो सोशल मीडिया पर पोस्ट कर दिया और कुछ ही घंटों में वीडियो आग की तरह फैल गया।

वायरल वीडियो वरीय पुलिस अधीकारियों तक पहुँचते ही इसकी तुरंत जाँच शुरू की गई। जांच में पुष्टि हुई कि वीडियो में दिख रहे दोनों पुलिसकर्मी पुलिस अवर निरीक्षक देवकांत बंटी,पीटीसी संख्या 3738 विश्वनाथ कुमार, नदी थाना, पटना में पदस्थापित हैं और वीडियो में गाली-गलौज, दुर्व्यवहार तथा गैर-पेशेवर आचरण करते स्पष्ट दिखाई दे रहे हैं। दोनों पर शिष्टाचार भंग, अनुशासनहीनता तथा अत्यधिक बल प्रयोग का आरोप तय पाया गया, जिसके बाद उन्हें तत्काल निलंबित करने का आदेश जारी कर दिया गया।

इधर, बाइक राइडर अभिषेक राजपूत के खिलाफ भी कार्रवाई की गई है। स्टंट करने और सड़क पर ख़तरनाक तरीके से बाइक चलाने के आरोप में उसके ऊपर ₹7000 का जुर्माना ठोका गया है।

घटना के बाद आम जनता में यह चर्चा गर्म है कि क़ानून की रक्षा करने वालों से शालीनता और धैर्य की उम्मीद की जाती है, न कि गुंडईनुमा बर्ताव की। वहीं पुलिस विभाग ने भरोसा दिलाया है कि ऐसी घटनाओं को बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और दोषियों पर सख़्त कार्रवाई आगे भी जारी रहेगी।

रिपोर्ट- रजनीश कुमार