भोजपुरी चौताल से कैरेबियाई धरती पर स्वागत से मंत्रमुग्ध पीएम मोदी, प्रधानमंत्री ने बिहार को बताया दुनिया का गौरव
पोर्ट ऑफ स्पेन में स्थानीय लोगों ने बिहार का लोकगीत भोजपुरी चौताल गाकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का स्वागत किया. पीएम मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि बिहार की विरासत भारत के साथ ही दुनिया का भी गौरव है.
Bhojpuri Chautal: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का कैरेबियाई धरती पर भोजपुरी चौताल गाकर स्वागत किया गया. बिहार से जुड़ाव की भाषा और गायन को सात समुंदर पार सुनकर पीएम मोदी भी अभिभूत हुए. उन्होंने बिहार को दुनिया का गौरव बताते हुए सोशल मीडिया पर भोजपुरी में किए पोस्ट में कहा कि - 'एगो अनमोल सांस्कृतिक जुड़ाव ! बहुत खुशी भइल कि पोर्ट ऑफ स्पेन में हम भोजपुरी चौताल प्रस्तुति के प्रदर्शन देखनी. त्रिनिदाद एंड टोबैगो आ भारत, खास करके पूर्वी यूपी आ बिहार के बीच के जुड़ाव उल्लेखनीय बा।
पीएम मोदी इस तरह देशी अंदाज में अपना स्वागत देखकर वशीभूत दिखे. ढोल-मंजीरा और भोजपुरी चौताल देख गदगद प्रधानमंत्री इस पारंपरिक प्रदर्शन को देख मंत्रमुग्ध रह गए. उन्होंने कहा कि 'एक ऐसा सांस्कृतिक जुड़ाव जो अन्यत्र नहीं है! पोर्ट ऑफ स्पेन में भोजपुरी चौताल प्रदर्शन देखकर बहुत खुशी हुई। त्रिनिदाद और टोबैगो और भारत, विशेष रूप से पूर्वी उत्तर प्रदेश और बिहार के कुछ हिस्सों के बीच का जुड़ाव उल्लेखनीय है.'
बिहार की धरती से नई प्रेरणाएं
गौरतलब है कि भारत की तरफ से यह यात्रा ऐतिहासिक है क्योंकि 25 साल बाद कोई प्रधानमंत्री यहां आये हैं. त्रिनिदाद एवं टोबैगो की पीएम कमला प्रसाद-बिसेसर के पूर्वज बक्सर में रहा करते थे. वह बक्सर आ चुकी हैं, लोग इन्हें बिहार की बेटी मानते हैं. पीएम मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि बिहार की विरासत भारत के साथ ही दुनिया का भी गौरव है. लोकतंत्र, राजनीति, कूटनीति और उच्च शिक्षा में बिहार ने सदियों पहले दुनिया को नई दिशा दिखाई थी। 21वीं सदी की दुनिया के लिए भी बिहार की धरती से नई प्रेरणाएं और नए अवसर निकलेंगे. बनारस, पटना, कोलकाता और दिल्ली जैसे भारतीय शहरों के नाम यहां की सड़कों पर मौजूद हैं.
गिरमिटिया के वंशज
गौरतलब है कि सैंकड़ों वर्ष पूर्व बिहार छोड़कर गए गिरमिटिया के वंशज आज भी अपनी भाषा और संस्कृति को सात समुंदर पार पीढ़ीगत रूप से जिंदा रखे हैं. ऐसे में भारत के प्रधानमंत्री के स्वागत में उन्होंने अपने पूर्वजों की संस्कृति को जीवंत किया. वहीं प्रधानमंत्री ने त्रिनिदाद और टोबैगो में भारतीय समुदाय के लोगों से भी मुलाकात की और देश के विकास में उनके योगदान की सराहना की. उन्होंने कहा कि प्रवासी समुदाय ने न केवल विभिन्न क्षेत्रों में सफलता हासिल की है, बल्कि वे भारतीय संस्कृति से भी गहराई से जुड़े हुए हैं.
यूपी-बिहार से खास नाता
त्रिनिदाद और टोबैगो में कुल 13 लाख लोग रहते हैं. इनमें से 45 फीसदी लोग भारतीय मूल के हैं. यहां रहने वाले 45% लोगों में से ज़्यादातर उत्तर प्रदेश और बिहार से आए लोग हैं. इनमें से अधिकांश लोग भोजपुरी भाषी जिलों जैसे छपरा, आरा, बलिया, सीवान, गोपालगंज, बनारस, आज़मगढ़ से आए हैं.