जो काम न नीतीश कर पाए, ना मांझी-लालू उस दुख को राहुल गांधी ने किया दूर, 'माउंटेन मैन' दशरथ मांझी के परिवार को मिली सबसे बड़ी खुशी

दशरथ मांझी के संघर्ष और आत्मसम्मान को सम्मान देते हुए राहुल गांधी ने उनके परिवार के लिए वह काम कर दिखाया है जिसे न नीतीश कर पाए, ना मांझी-लालू दूर किये.

Mountain Man Dashrath Manjhi- फोटो : news4nation

Bihar News: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार हों या केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी या फिर पूर्व मुख्यमंत्री लालू यादव इन सबने जो काम पिछले 35 सालों में नहीं किया उस काम को अब राहुल गांधी ने कर दिखाया था. लोकसभा में नेता विपक्ष राहुल गांधी कुछ महीने पूर्व बिहार आए थे. तब उन्होंने 'माउंटेन मैन' दशरथ मांझी से मुलाकात की थी. अपनी पत्नी के प्यार में पहाड़ काटकर रास्ता बनाने का इतिहास रचने वाले दशरथ मांझी को कई मंचों पर सम्मानित करने का काम नीतीश कुमार, जीतनराम मांझी जैसे नेताओं ने किया. लेकिन आज तक 'माउंटेन मैन' दशरथ मांझी का परिवार पक्का घर में नहीं रह पाया. 

राहुल गांधी जब गया जी में 'माउंटेन मैन' के परिवार के लोगों से मिलने गए थे तब उनके कच्चे मकान की दयनीय हालत देखी थी. उस समय उन्होंने दशरथ मांझी के बेटे भगीरथ मांझी से वादा किया था हमारी ओर से आपका पक्का घर बनवाया जाएगा. राहुल गांधी ने बिहार से दिल्ली लौटने के बाद अपने वादे को निभाने की जिम्मेदारी उठाई. उनकी पहल से अब 'माउंटेन मैन' दशरथ मांझी के गांव में उनके परिवार वालों के लिए पक्का मकान बन रहा है. यह दशरथ मांझी के परिवार के लिए सबसे बड़ी ख़ुशी के तौर पर है. 

सबसे बड़ा दुख हुआ दूर 

दशरथ मांझी के परिवार का कहना है कि कई बड़े नेता और अभिनेता उनके घर आए, लेकिन जो काम राहुल गांधी ने किया वह अब तक किसी ने नहीं किया. बिना किसी घोषणा और दिखावे के राहुल गांधी ने 'पर्वत पुरुष' दशरथ मांझी के परिवार के लिए एक ऐसा कदम उठाया जिसकी किसी को उम्मीद भी नहीं थी. दशरथ मांझी के बेटे भगीरथ मांझी ने कहा कि राहुल गांधी के पहले भी कई नेताओं की उन लोगों से मुलाकात हुई थ. भगीरथ मांझी ने कहा कि यहां तक कि उनकी ही जाति से आने वाले जीतन राम मांझी से जब उनकी मुलाकात हुई थी तब उन्होंने पक्का मकान की जरूरत को बताया था. इस पर जीतन राम मांझी ने कहा था कि कच्चा मकान में क्या दिक्कत है. 

भगीरथ मांझी ने कहा कि उनका परिवार कच्चा मकान में रहते हुए कई प्रकार की चुनौती झेल रहा था. न तो रहने के लिए पर्याप्त कमरे थे और ना ही खाना बनाने को रसोईघर या शौच आदि के लिए उचित व्यवस्था. लेकिन राहुल गांधी ने जब उनके घर की दयनीय स्थिति को देखा तो उन्होंने चार कमरों का पक्का मकान बनवाकर देने का वादा किया. अपने वादे के अनुरूप अब वे हमारा घर बनवा रहे हैं. उन्होंने कहा कि जहाँ सरकारें वादे करती रहीं, वहाँ राहुल गांधी ने अपना फ़र्ज़  निभाया है. यह कोई प्रचार नहीं, एक सच्चा मानवीय कार्य है.

बोधगया से देंगे टिकट 

भगीरथ मांझी ने कहा कि राहुल गांधी के दिल में उनके पिता दशरथ मांझी के लिए भरपूर सम्मान है. उन्होंने कहा कि राहुल गांधी से मुलाकात में इस बार के विधानसभा चुनाव को लेकर भी बात हुई थी. तब राहुल गांधी ने भगीरथ मांझी से चुनाव लड़ने को लेकर पूछा था. भगीरथ ने कहा कि अगर राहुल गांधी चाहेंगे तो वे बोधगया से विधानसभा चुनाव लड़ सकते हैं.