रोजगार, उद्यम और जीडीपी विकास में MSME सेक्टर में रिकॉर्ड तेजी, मंत्री जीतन राम मांझी ने बताया कैसे पूरा हो रहा पीएम मोदी का विजन

मोदी सरकार के 11 साल पूरे होने पर केंद्रीय मंत्री श्री जीतन राम मांझी ने मुंबई में MSME विभाग की उपलब्धियों और मोदी सरकार के विजन पर दी जानकारी.

Jitan Ram Manjhi- फोटो : news4nation

Jitan Ram Manjhi: देश की GDP में MSME सेक्टर का 30 फीसदी से ज्यादा योगदान है. वहीं देश के निर्यात में MSME सेक्टर का योगदान 45 फीसदी से ज्यादा है. देश की मजबूर अर्थव्यवस्था में MSME विभाग के महत्वपूर्ण योगदान की जानकारी देते हुए केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी ने विभागीय उपलब्धियां और मोदी सरकार के 11 साल पूरे होने पर मुंबई में महत्वपूर्ण जानकारियों को साझा किया है। उन्होंने कहा कि देश के  प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत एक मजबूत अर्थव्यवस्था बनकर उभरा है और देश की इस उपलब्धि में उनका MSME विभाग महत्वपूर्ण योगदान दे रहा है। MSME भारत की अर्थव्यवस्था का वह मजबूत पक्ष बन चुका है जो ना केवल घरेलू जरूरतों को पूरा करता बल्कि दूसरे देशों में। निर्यात करके विदेशी मुद्रा कमाने में अहम भूमिका निभाता है। भारत के विदेशी मुद्रा भंडार को सुदृद्ध करने में भी MSME का अहम रोल है। 

 मांझी ने कहा कि MSME मंत्रालय के तीन ऑग्रेन हैं समेकित रूप से कार्य करते हैं। NSIC यानी राष्ट्रीय लघु उद्धोग निगम देश में सूक्ष्म और लघु उद्यमियों के विकास को बढ़ावा देकर विभिन्न क्षेत्रों में सहायता करता है। NSIC सूक्ष्म और लघु उद्यमों को कच्चे माल की खरीद, उत्पाद विपणन, क्रेडिट रेटिंग एवं आधुनिक प्रबंधन पद्धतियों को अपनाने की आवश्यकताओं को पूरा करता है। मांझी ने कहा कि हमारे दूसरे ऑर्गन के तौर पर KVIC यानी खादी और ग्रामोद्योग आयोग कार्य करता है।

उन्होंने कहा कि ग्रामोद्योग आयोग अधिनियम 1956 के तहत स्थापित KVIC ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार के अवसर प्रदान करने के लिए खादी और ग्रामोद्योगों को बढ़ावा देने और विकसित करने की दिशा में काम कर रहा है। देश के ग्रामीण अर्थव्यवस्था मजबूत करने में KVIC का अहम रोल है। केंद्रीय मंत्री ने कॉयर बोर्ड की चर्चा करते हुए कहा कि साल 1954 में स्थापित कॉयर बोड में ग्रामीण भारत रोजगार सृजन कर रहा है। यह देश के लाखों नारीयल उत्पादक राज्यों में अजीवीका का एक मुख्य श्रोत बन चुका है। 

28.20 करोड़ लोगों का रोजगार सृजन

उन्होंने कहा कि MSME मंत्रालय  प्रधानमंत्री मोदी के विजन पर काम करता है। इसकी अहमियत को ऐसे समझा जा सकता है की वित्तीय वर्ष 2025-26 में कुल बजट 23 हजार 1 सौ 68 करोड़ 15 लाख रूपये है। मंत्रालय के बजट में हर साल वृद्धि हो रही है। MSME मंत्रालय का देश की अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण योगदान रहा है। श्री मांझी ने कहा कि देश की।GDP में MSME का योगदान 30.1 प्रतिशत है. इसी तरह उत्पादन के क्षेत्र में 35.4 प्रतिशत और देश के कुल निर्यात में MSME सेक्टर का योगदान 45.73 फीसदी है। उन्होंने यह भी जानकारी दी कि बीते 5 वर्षों में निबंधित ईकाईयों की संख्या में 15 गुणा से अधिक की वृद्धि हुई है एवं वर्तमान में कुल निबंधित एमएसएमई ईकाईयों की संख्या 6.53 करोड़ है. जिसके तहत कुल 28.20 करोड़ लोगों का रोजगार सृजन हुआ है। 

MSME ईकाईयों से 24.91 करोड़ लोगों को रोजगार

इतना ही नहीं उद्यम पोर्टल पर निबंधन की संख्या 3.80 करोड़ पहुंच चुकी है। इन MSME ईकाईयों से 24.91 करोड़ लोगों को रोजगार मिला है। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि उद्यम असिस्ट पोर्टल पर 2.72 करोड़ निबंधित MSME ईकाईयां हैं जिनसे 3.28 करोड लोगों के लिए रोजगार सृजन हुआ है। श्री मांझी ने कहा कि हमारा केवल और केवल एक ही लक्ष्य है, प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के विजन पर कार्य करते हुए भारत को विश्वगुरु बनाना।