Lalu Prasad Yadav: पटना पहुंचे उप राष्ट्रपति उम्मीदवार बी सुदर्शन रेड्डी,लालू से की मुलाकात, RJD ने किया समर्थन का ऐलान
Lalu Prasad Yadav: उप राष्ट्रपति चुनाव 2025 में विपक्ष के संयुक्त उम्मीदवार बी सुदर्शन रेड्डी को आरजेडी नेता तेजस्वी यादव का समर्थन मिला। उन्होंने पटना में लालू प्रसाद यादव से भी मुलाकात की।
Lalu Prasad Yadav: उप राष्ट्रपति चुनाव 2025 में विपक्ष के संयुक्त उम्मीदवार जस्टिस बी सुदर्शन रेड्डी गुरुवार (4 सितंबर) को पटना पहुंचे। इस दौरान उन्होंने आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव से मुलाकात की और साथ ही विपक्षी नेताओं से समर्थन जुटाने की कवायद तेज की।
लालू प्रसाद यादव ने अपने एक्स हैंडल पर मुलाकात की तस्वीरें साझा कीं। चार तस्वीरों में से एक में लालू यादव और बी सुदर्शन रेड्डी एक-दूसरे को प्रणाम करते नजर आ रहे हैं। लालू यादव ने लिखा – “उप राष्ट्रपति पद के संयुक्त उम्मीदवार जस्टिस बी सुदर्शन रेड्डी ने पटना आवास पर मुलाकात कर कुशलक्षेम जाना।”
तेजस्वी यादव का समर्थन
आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने प्रेस वार्ता में कहा कि बी सुदर्शन रेड्डी किसी राजनीतिक दल से नहीं जुड़े हैं। उन्हें हमारे सभी सांसदों का समर्थन मिलेगा।मुझे पूरा भरोसा है कि वे संविधान और लोकतंत्र की रक्षा करेंगे और राज्यसभा को और बेहतर ढंग से चलाएंगे।वर्तमान समय की मांग है कि ऐसे व्यक्ति को उप राष्ट्रपति नियुक्त किया जाए जो सबको साथ लेकर चल सके। तेजस्वी यादव ने इस दौरान केंद्र सरकार पर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि उप राष्ट्रपति चुनाव अचानक क्यों कराया जा रहा है और उप राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ की तबीयत और स्थिति पर पारदर्शिता क्यों नहीं है।
उप राष्ट्रपति पद के संयुक्त उम्मीदवार जस्टिस बी. सुदर्शन रेड्डी ने पटना आवास पर मुलाकात कर कुशलक्षेम जाना। #LaluYadav #india #Bihar #RJD #TejashwiYadav pic.twitter.com/XOqQvg5WGm
— Lalu Prasad Yadav (@laluprasadrjd) September 4, 2025
विपक्षी दलों का रुख
बी सुदर्शन रेड्डी की पटना यात्रा के दौरान आयोजित प्रेस वार्ता में वीआईपी प्रमुख मुकेश सहनी भी मौजूद रहे। उन्होंने कहा:उनकी पार्टी की शुभकामनाएं बी सुदर्शन रेड्डी के साथ हैं।हालांकि उन्होंने आरोप लगाया कि उनकी पार्टी के चार विधायकों को बीजेपी ने पहले ही खरीद लिया है।
चुनावी समीकरण और बिहार की राजनीति
बी सुदर्शन रेड्डी और लालू यादव की मुलाकात को केवल उप राष्ट्रपति चुनाव से नहीं, बल्कि बिहार की राजनीति से भी जोड़ा जा रहा है।बिहार में विधानसभा चुनाव नजदीक हैं, ऐसे में विपक्षी एकजुटता का यह संदेश अहम माना जा रहा है।विपक्ष यह दिखाना चाहता है कि वह सिर्फ केंद्र की राजनीति ही नहीं, बल्कि राज्यों में भी तालमेल बनाकर आगे बढ़ रहा है।