Bihar Education Department: बिहार के 1120 शिक्षकों पर मंडराया खतरा! अगर 24 घंटे में नहीं दिया जवाब तो धोना पड़ेगा नौकरी से हाथ, जानें पूरा मामला

बिहार शिक्षा विभाग ने सुपौल जिले के 1120 शिक्षकों से ई-शिक्षाकोष पोर्टल पर अनुपस्थिति के कारण स्पष्टीकरण मांगा है। शिक्षकों को 24 घंटे में संतोषजनक उत्तर देने का निर्देश दिया गया है।

Bihar Education Department: बिहार के 1120 शिक्षकों पर मंडराया खतरा! अगर 24 घंटे में नहीं दिया जवाब तो धोना पड़ेगा नौकरी से हाथ, जानें पूरा मामला
Bihar Education Department- फोटो : AI GENERATED

Bihar Education Department: बिहार शिक्षा विभाग ने सुपौल जिले के 1120 शिक्षकों से स्पष्टीकरण मांगा है, जिनकी उपस्थिति ई-शिक्षाकोष पोर्टल पर दर्ज नहीं की गई थी। यह कार्रवाई तब की गई जब 20 मार्च को पोर्टल की समीक्षा के दौरान कई शिक्षक अनुपस्थित पाए गए। विभाग ने इसे गंभीर लापरवाही मानते हुए सभी शिक्षकों को 24 घंटे के भीतर साक्ष्य सहित जवाब देने का निर्देश दिया है।

ई-शिक्षाकोष पोर्टल की समीक्षा में खुलासा

स्थापना डीपीओ राहुल चंद्र चौधरी ने बताया कि 20 मार्च को ई-शिक्षाकोष पोर्टल की समीक्षा के दौरान कई शिक्षक अनुपस्थित पाए गए थे। इन शिक्षकों की अनुपस्थिति की वजह से विभाग ने तत्काल प्रभाव से जवाब मांगने का आदेश दिया। संतोषजनक उत्तर न मिलने की स्थिति में शिक्षकों के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी।

शिक्षकों में मचा हड़कंप

इस कार्रवाई के बाद सुपौल जिले के शिक्षकों के बीच हड़कंप मच गया है। कई शिक्षक इस जांच को लेकर चिंतित हैं, जबकि कुछ ने तकनीकी गड़बड़ी की संभावना जताई है। हालांकि, शिक्षा विभाग ने स्पष्ट कर दिया है कि जवाब संतोषजनक नहीं हुआ तो सख्त कार्रवाई होगी।

मसौढ़ी के 185 शिक्षकों को भी नोटिस

इससे पहले, पटना जिले के मसौढ़ी अनुमंडल के 185 शिक्षकों को शोकॉज नोटिस जारी किया गया था। इन शिक्षकों ने 19 मार्च को ऑनलाइन अटेंडेंस नहीं बनाई थी। इसमें मसौढ़ी प्रखंड के 75, धनरूआ प्रखंड के 72, और पुनपुन प्रखंड के 38 शिक्षक शामिल थे। संबंधित प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी को 24 घंटे के भीतर रिपोर्ट देने का निर्देश दिया गया है।

शिक्षकों की आगे की कार्रवाई पर नजर

अब सभी की नजरें शिक्षकों के जवाब और शिक्षा विभाग के अगले कदम पर टिकी हैं। यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या शिक्षक तकनीकी गड़बड़ी का हवाला देते हुए अपनी अनुपस्थिति को स्पष्ट कर पाएंगे या विभाग द्वारा अनुशासनात्मक कार्रवाई का सामना करेंगे।

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