Bihar Police Encounter: पुलिस ने एनकाउंटर में ₹1 लाख के इनामी को मारी गोली, बिहार में गूँजी गोलियों की तड़तड़ाहट, 5 बदमाश सलाखों के पीछे

Bihar Police Encounter:पुलिस का रुख बेहद सख्त है और अपराधियों के लिए बिहार की जमीन तंग होने वाली है। जब खाकी कमर कस ले, तो अपराध की दुनिया में किसी की भी दहशत ज्यादा दिनों तक नहीं टिक सकती।

पुलिस ने एनकाउंटर में ₹1 लाख के इनामी को मारी गोली- फोटो : social Media

Bihar Police Encounter: बिहार में अपराध की दुनिया पर पुलिस ने शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। अपराधियों के हौसले पस्त करने के लिए अब खाकी पूरी तरह आरपार के मूड में है। छपरा ज़िले के एकमा थाना क्षेत्र के तिलकार गांव में शुक्रवार को हुई एक सनसनीखेज मुठभेड़ ने पूरे इलाके में खलबली मचा दी। यह मुठभेड़ पुलिस और कुख्यात गिरोह के बीच हुई, जिसमें एक लाख रुपये के इनामी बदमाश मुन्ना मियां और उसके साथी रणजीत सिंह को पैर में गोली लगी, जबकि तीन अन्य अपराधी पुलिस के हत्थे चढ़ गए।

पुलिस सूत्रों के मुताबिक, खुफिया इनपुट मिला था कि परसा पूर्वी के पूर्व मुखिया अशोक राय के पॉल्ट्री फ़ार्म पर मुन्ना मियां अपने गिरोह के साथ डेरा डाले हुए है और किसी बड़ी वारदात को अंजाम देने की साजिश रच रहा है। इसकी भनक लगते ही एसडीपीओ एकमा राजकुमार और थानाध्यक्ष उदय कुमार के नेतृत्व में एक विशेष छापेमारी टीम गठित की गई।

जैसे ही पुलिस टीम तिलकार गांव के बाहरी इलाके में पहुंची, अपराधियों ने पुलिस पर गोलियों की बौछार कर दी। अचानक शुरू हुई इस फायरिंग ने इलाके में दहशत फैला दी। जवाबी कार्रवाई में पुलिस ने भी मोर्चा संभाला और लगभग 15 मिनट तक दोनों ओर से गोलियों की तड़तड़ाहट गूंजती रही। इसी दौरान मुन्ना मियां और भरहोपुर निवासी रणजीत सिंह को घुटने के नीचे गोली लगी, जिससे वे मौके पर ही घायल होकर गिर पड़े।

घटना के बाद पुलिस ने मुन्ना मियां, रणजीत सिंह के अलावा सत्येन्द्र पटेल, सचिन कुमार यादव और प्रिंस यादव को भी दबोच लिया। उनके कब्जे से पिस्तौल, देसी कट्टा, कारतूस, मोबाइल फोन और एक बाइक बरामद की गई। हालांकि, गिरोह के दो सदस्य मौके से फरार होने में सफल हो गए, जिनकी तलाश जारी है।

घायल बदमाशों को पहले एकमा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र और फिर बेहतर इलाज के लिए सदर अस्पताल छपरा भेजा गया। मुठभेड़ की खबर मिलते ही वरीय पुलिस अधीक्षक डॉ. कुमार आशीष और अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी, सदर-2 घटनास्थल पर पहुंचे। उन्होंने पूरे ऑपरेशन की समीक्षा की और स्पष्ट निर्देश दिए कि आरोपियों पर स्पीडी ट्रायल चलाकर उन्हें सख्त से सख्त सजा दिलाई जाए।

इस मुठभेड़ के बाद से इलाके में चर्चा है कि अब पुलिस का रुख बेहद सख्त है और अपराधियों के लिए बिहार की ज़मीन तंग होने वाली है। गांव के लोग इसे "गन बैटल" बता रहे हैं, जिसने एक बार फिर साबित कर दिया कि जब खाकी कमर कस ले, तो अपराध की दुनिया में किसी की भी दहशत ज्यादा दिनों तक नहीं टिक सकती।