'वोटरों के साथ चुनाव आयोग का गजब खेला', राहुल गांधी होश उड़ा देने वाला बयान , सबूत भी करेंगे पेश

Rahul Gandhi- फोटो : news4nation

Rahul Gandhi : कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने अपनी 'वोटर अधिकार यात्रा' के दौरान बिहार के पूर्णिया से अररिया पहुंचकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा पर तीखा हमला बोला। उन्होंने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार 'वोट चोरी' का प्रयास कर रही है। अररिया में एक जनसभा को संबोधित करते हुए, राहुल गांधी ने कहा कि भाजपा सरकार बिहार में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) के माध्यम से गरीबों के वोट चुराने की कोशिश कर रही है। उन्होंने इस प्रक्रिया को चुनाव आयोग के समर्थन से 'वोट चुराने का एक संस्थागत तरीका' बताया। गांधी ने कहा, 'नरेंद्र मोदी सरकार... सार्वजनिक क्षेत्र की इकाइयों का निजीकरण करने के बाद... अब चुनाव आयोग की मदद से SIR के जरिए गरीबों के वोट चुराना चाहती है।'


उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेस में कहा कि हमने बेंगलुरु के महादेवपुरा विधानसभा क्षेत्र में करीब 1 लाख वोटरों की हेराफेरी का सबूत दिया लेकिन उन्हें चुनाव आयोग नोटिस भेजता है. दूसरी ओर भाजपा नेताओं द्वारा ऐसी ही बातों पर कोई कार्रवाई नहीं होती. यह चुनाव आयोग की निष्पक्षता पर बड़ा सवाल है. उन्होंने बिहार विधानसभा चुनाव के पहले चुनाव आयोग द्वारा वोटरों के अधिकार छीनने के आरोप लगाए. 


चुनाव आयोग पर कटाक्ष

उन्होंने कटाक्ष करते हुए चुनाव आयोग को 'चुनावी चूक' बताया। उन्होंने दावा किया कि यह कदम असंवैधानिक है और इसका मकसद बिहार में आगामी विधानसभा चुनावों से पहले समाज के वंचित वर्गों को वोट देने के अधिकार से वंचित करना है। राहुल गांधी ने जोर देकर कहा कि इंडिया गठबंधन बिहार में ऐसा नहीं होने देगा। उन्होंने कहा कि संविधान हर नागरिक को समान अधिकार देता है और यह कदम पूरी तरह से संविधान-विरोधी है। उन्होंने चेतावनी दी कि बिहार की जनता आगामी विधानसभा चुनावों में भाजपा और उसके सहयोगियों को करारा जवाब देगी।


रोजगार के सारे रास्ते बंद

राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि मोदी सरकार ने युवाओं के लिए रोजगार के सारे रास्ते बंद कर दिए हैं और देश का पैसा कुछ चुनिंदा पूंजीपतियों के हाथों में दे दिया है। उन्होंने कहा कि अब वो आपका वोट चोरी कर रहे हैं, आपका अधिकार छीन रहे हैं। 


'वोटर अधिकार यात्रा' बहुत सफल

उन्होंने बिहार की बेरोजगारी और गरीबी का जिक्र करते हुए कहा कि लोग काम की तलाश में दूसरे राज्यों में जाने को मजबूर हैं। उन्होंने यह भी कहा कि उनकी 'वोटर अधिकार यात्रा' बहुत सफल रही है क्योंकि बिहार की जनता 'वोट चोरी' की बात से सहमत है और उनसे जुड़ रही है। राहुल ने स्पष्ट किया कि उनका पूरा ध्यान चुनाव आयोग के इस रवैये को बदलने पर है और उन्होंने बिहार में चुनाव की चोरी नहीं होने देने का संकल्प लिया।