पढ़ी-लिखी बेटियां लड़ रही चुनाव, बिहार में एक साथ कई शिक्षित बेटियों का राजनीतिक डेब्यू, बदलेगी राजनीतिक तस्वीर
बिहार चुनाव को एक नया स्वरूप सामने आया है जिसमें एक साथ कई उच्च शिक्षित महिला उम्मीदवारों द्वारा इस बार चुनाव में किस्मत आजमाया जा रहा है.
Bihar Election : बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में इस बार महिला उम्मीदवारों की भागीदारी ने नया इतिहास रचा है। खासकर, उच्च शिक्षित और युवा वर्ग से आने वाली महिलाएं राज्य की राजनीति में नई ऊर्जा और दृष्टि लेकर उतरी हैं।
जन सुराज की उम्मीदवार लता सिंह
नालंदा जिले के अस्थावां से जन सुराज की उम्मीदवार लता सिंह चुनावी मैदान में हैं। सुप्रीम कोर्ट में वकालत करने वाली लता एक IAS अधिकारी की बेटी और IPS अधिकारी लिपि सिंह की बहन हैं। अस्थावां, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का पारंपरिक गढ़ माना जाता है, जहां से जेडीयू 2005 से लगातार जीतती आई है। लेकिन यह लता के पिता और पूर्व केंद्रीय मंत्री RCP सिंह का भी गृह क्षेत्र है। लता का कहना है, “मुझे नीतीश जी के लिए अब भी सम्मान है, लेकिन वे अब पहले जैसे नहीं रहे। जन सुराज के माध्यम से हम बिहार को नई दिशा देना चाहते हैं।”
लालगंज से RJD उम्मीदवार शिवानी शुक्ला
वैशाली के लालगंज से RJD की उम्मीदवार शिवानी शुक्ला भी इस चुनाव की चर्चा में हैं। बाहुबली नेता मुन्ना शुक्ला और पूर्व विधायक अन्नू शुक्ला की बेटी शिवानी ने DPS, RK पुरम से पढ़ाई करने के बाद बेंगलुरु से लॉ में ग्रेजुएशन और ब्रिटेन की लीड्स यूनिवर्सिटी से मास्टर्स किया है। पहली बार चुनाव मैदान में उतरीं शिवानी कहती हैं, “मैं तेजस्वी भैया की नॉमिनी के तौर पर लालगंज से लड़ रही हूं, जिसे पहले मेरे माता-पिता ने भी प्रतिनिधित्व किया था।”
जमुई से BJP की श्रेयसी सिंह
जमुई से बीजेपी की उम्मीदवार और मौजूदा विधायक श्रेयसी सिंह न केवल राजनीति में बल्कि खेल जगत में भी बड़ा नाम हैं। 2018 कॉमनवेल्थ गेम्स में गोल्ड मेडल जीतने वाली श्रेयसी, पूर्व केंद्रीय मंत्री दिग्विजय सिंह की बेटी हैं। उन्होंने DPS, RK पुरम और हंसराज कॉलेज, दिल्ली से पढ़ाई करने के बाद फरीदाबाद से MBA किया है। राजनीति में आने से पहले वे राष्ट्रीय युवा आइकन के रूप में चर्चित थीं।
दीघा से CPI-ML की दिव्या गौतम
वाम दल CPI-ML ने पटना की दीघा सीट से युवा और उच्च शिक्षित उम्मीदवार दिव्या गौतम को टिकट दिया है। दिव्या ने TISS, मुंबई से मास्टर्स करने के बाद UGC NET पास किया और बिहार लोक सेवा आयोग की परीक्षा में भी सफलता पाई। दिलचस्प बात यह है कि वे दिवंगत अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की कज़िन हैं। दिव्या कहती हैं कि वे “शिक्षा और रोजगार के मुद्दे को राजनीति के केंद्र में लाना चाहती हैं।”
गायघाट से JD(U) की कोमल सिंह
मुज़फ़्फ़रपुर के गायघाट से जेडीयू की उम्मीदवार कोमल सिंह भी अपनी शैक्षणिक योग्यता के लिए चर्चा में हैं। वे जेडीयू के MLC दिनेश सिंह और वैशाली की सांसद वीणा देवी की बेटी हैं। कोमल ने दिल्ली यूनिवर्सिटी से ग्रेजुएशन और पुणे के सिम्बायोसिस यूनिवर्सिटी से MBA किया है। राजनीति में आने से पहले वे टाटा समूह के साथ कार्यरत थीं।
इन सभी उम्मीदवारों की मौजूदगी ने बिहार चुनाव को एक नया स्वरूप दिया है। जहां पहले राजनीति वंश या जातीय समीकरणों पर टिकी मानी जाती थी, वहीं अब शिक्षा, युवापन और महिला सशक्तिकरण नई राजनीतिक पहचान बन रहे हैं।