Bihar Politics: बिहार चुनाव से पहले लालू यादव का बड़ा फैसला, राजद इस पार्टी के साथ नहीं करेगा गठबंधन, सियासी भूचाल
Bihar Politics: बिहार विधानसभा चुनाव से पहले सियासी हलचल तेज है। इसी बीच राजद सुप्रीमो लालू यादव ने बड़ा फैसला लिया है। लालू यादव के फैसले से सियासी भूचाल आना तय माना जा रहा है। पढ़िए आगे...
Bihar Politics: बिहार में विधानसभा चुनाव से पहले सियासी हलचल तेज है। एक पार्टी का दूसरे पार्टी में विलय, गठबंधन और नेताओं का एक पार्टी से दूसरे पार्टी में जाने का सिलसिला शुरु हो गया है। इसी बीच राजद सुप्रीमो लाल यादव ने बड़ा फैसला लिया है। लालू यादव ने फैसला लिया है कि वो AIMIM से गठबंधन नहीं करेंगे। जिसके बाद AIMIM की बिहार इकाई के अध्यक्ष ने राजद पर गंभीर आरोप लगाया है।
RJD AIMIM का नहीं होगा गठबंधन
AIMIM की बिहार इकाई के अध्यक्ष अख्तरुल ईमान ने राजद पर मुसलमानों के वोटों को विभाजित करने का आरोप लगाया है। साथ ही महागठबंधन में शामिल ना करने पर भी नाराजगी जताते हुए अकले चुनाव लड़ने का ऐलान किया है। उन्होंने कहा कि राजद की अनिच्छा के कारण एआईएमआईएम अब अलग चुनाव लड़ने को मजबूर है।
राबड़ी आवास में नहीं मिला प्रवेश
दरअसल, अख्तरूल ईमान ने गुरुवार को राबड़ी आवास पहुंचकर राजद के शीर्ष नेतृत्व से मिलने की कोशिश की, लेकिन उन्हें अंदर प्रवेश नहीं दिया गया। गेट पर ही उन्होंने नाराजगी प्रकट किया और वापस लौट गए। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर एआईएमआईएम को महागठबंधन में शामिल नहीं किया गया तो 2005 जैसी स्थिति बन सकती है, जब मुस्लिम वोटों के बिखराव से भाजपा सत्ता में आई थी।
राजद से गठबंधन के लिए AIMIM की तीन शर्तें
ईमान ने कहा कि 2020 में एआईएमआईएम के पांच विधायक चुने गए थे, लेकिन बाद में चार विधायक राजद में शामिल हो गए। अब पार्टी अलग चुनाव लड़ेगी और इसके लिए पूरी जिम्मेदारी राजद और तेजस्वी यादव की होगी। गौरतलब है कि एआईएमआईएम ने दो जुलाई को महागठबंधन में शामिल होने की इच्छा जताई थी और इसके लिए तीन शर्तें रखी थीं कम से कम छह विधानसभा सीटें, सीमांचल विकास परिषद का गठन और विशेष पैकेज, तथा अनुसूचित जाति, पिछड़ा वर्ग और अल्पसंख्यकों को उनकी जनसंख्या के अनुपात में राजनीतिक भागीदारी। लेकिन लालू यादव ने गठबंधन करने से मना कर दिया है।
तेजस्वी ने एआईएमआईएम को चुनाव ना लड़ने की दी सलाह
अख्तरूल का आरोप है कि उनकी अपेक्षाओं पर गंभीरता दिखाने के बजाय तेजस्वी ने एआईएमआईएम को चुनाव नहीं लड़ने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि अफसोस की बात है कि हमारी उदारता को कमजोरी समझा गया और हमारे पत्र का औपचारिक जवाब देना भी राजद ने जरूरी नहीं समझा। वहीं, राजद के प्रदेश प्रवक्ता एजाज अहमद ने पलटवार करते हुए कहा कि एआईएमआईएम अपनी हार तय मान चुकी है और मुसलमान पूरी तरह महागठबंधन के साथ हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि अख्तरूल ईमान केवल दुष्प्रचार कर अपनी खीझ उतार रहे हैं।