Jharkhand News - झारखण्ड में सीएम हेमंत सरकार का बड़ा फैसला, काशी और उज्जैन की तर्ज देवघर में बनेगा बैद्यनाथ कॉरिडोर, 900 करोड़ रुपये आएगी लागत

Jharkhand News - झारखंड सरकार देवघर स्थित बाबा बैधनाथ धाम में जल्द ही कोरीडोर बनाने जा रही है। इसके लिए राज्य सरकार ने मंजूरी भी दे दी है। यह कोरिडोर काशी स्थित बाबा विश्वनाथ कोरिडोर और उज्जैन स्थित महाकाल कोरिडोर के तर्ज पर बनाया जाएगा ।

काशी की तरह बनेगा देवघर
काशी की तरह बनेगा देवघर- फोटो : social media

Deoghar - झारखंड के सत्ता की कमान संभालने के बाद मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ताबड़तोड़ एक्शन मोड में दिख रहे है। मुख्यमंत्री पद को संभालने के बाद उन्होंने अपने पहले ही कैबिेनेट में कई घोषणाएं कर दी । पहले कैबिनेट में उन्होंने मंईयां सम्मान योजना की सम्मान राशि बढ़ाकर 2500 रुपया कर दिया। जिसका ऐलान उन्होंने पहले ही कर दिया था । इसके अलावा राज्य में JPSC/JSSC के अंतर्गत होने वाली नियुक्ति प्रक्रिया को तेज करने का निर्देश भी दिया।

बैधनाथ कोरिडोर के लिए मिली मंजूरी 

 इसी कड़ी में अब जल्द ही झारखंड सरकार देवघर में बड़ा काम करने जा रही है। झारखंड सरकार देवघर स्थित बाबा बैधनाथ धाम में जल्द ही कोरीडोर बनाने जा रही है। इसके लिए राज्य सरकार ने मंजूरी भी दे दी है। यह कोरिडोर काशी स्थित बाबा विश्वनाथ कोरिडोर और उज्जैन स्थित महाकाल कोरिडोर के तर्ज पर बनाया जाएगा । इस कोरिडोर के निर्माण के लिए सरकार ने 30 एकड़ से ज्यादा की भूमि चिन्हित कर ली है। जल्द ही सरकार के द्वारा इसका डीपीआर तैयार किया जाएगा। जिसके बाद जमीनी स्तर पर काम  शुरू किया जाएगा ।

900 करोड़ रूपए आएगी लागत 

 पर्यटन विभाग की तरफ से बाबा बैधानाथ कोरिडोर के निर्माण के लिए लगभग 900 करोड़ रूपए का बजट निर्धारित किया गया है। इस कोरिडोर के निर्माण के जद में कई दुकान और मकान आएंगे।  जिसे सरकार द्वारा अधिग्रहण करके बाबा बैधनाथ कोरिडोर का निर्माण किया जाएगा। सरकार की तरफ से लगभग 300 करोड़ रूपए  की राशि जमीन मालिको को मुआवजे के तौर पर दिए जाएंगे।

बता दें कि देवघर स्थित बाबा बैधनाथ  मंदिर में साल भर बाबा को जल अर्पित करने के लिए भक्तों का तांता लगा रहता है। विशेषकर सावन के महीने में लाखों की संख्या में श्रद्धालु बाबा बैधनाथ को जल अर्पित करने जाते है।

देवघर में शिवगंगा से मानसरोवर होते हुए बैद्यनाथ मंदिर तक कॉरिडोर बनाया जाएगा. साथ ही मंदिर के चारो तरफ 33 एकड़ जमीन को भी विकसित किया जाएगा. यह 33 एकड़ विकसित होने के बाद टावर चौक, बस स्टैंड, शिवगंगा, मंदिर मोर, हदहदिया चौक से ही मंदिर साफ दिखने लगेगा.

रितिक की रिपोर्ट 

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