वक्त पर नहीं आते पीरियड्स, तो हो जाएं सावधान... कहीं हो ना रही हों गंभीर बीमारियों की शिकार
आजकल महिलाओं की बदलती जीवनशैली के कारण पीरियड्स का समय पर न आना एक गंभीर समस्या बन सकती है। डॉक्टर से जानें क्या कारण हैं और कैसे इसे नियमित किया जा सकता है।

पीरियड्स महिलाओं के जीवन का एक सामान्य हिस्सा होते हैं, लेकिन यदि यह नियमित रूप से न आकर अनियमित हो जाएं, तो यह शरीर में किसी न किसी गंभीर स्वास्थ्य समस्या का संकेत हो सकता है। आजकल महिलाओं की बदलती जीवनशैली, खानपान और मानसिक तनाव के कारण यह समस्या आम हो रही है। ऐसे में यह जरूरी है कि पीरियड्स के बदलावों को नजरअंदाज ना किया जाए और समय पर डॉक्टर से सलाह ली जाए।
पीरियड्स के दौरान होने वाली शारीरिक बदलाव और समस्याएं
पीरियड्स के दौरान महिलाओं के शरीर में कई प्रकार के हार्मोनल बदलाव होते हैं। इस दौरान मूड स्विंग्स, पेट में दर्द, असहनीय चक्कर आना, वजन बढ़ना जैसी समस्याएं हो सकती हैं। कई बार महिलाएं इन समस्याओं को नजरअंदाज कर देती हैं, लेकिन अगर पीरियड्स के दौरान लगातार असुविधा बनी रहती है तो यह एक गंभीर स्थिति का संकेत हो सकता है।
पीरियड्स समय पर न आने से होने वाली बीमारियां
डॉ. चंचल शर्मा, जो आयुर्वेद विशेषज्ञ और स्त्री रोग विशेषज्ञ हैं, बताती हैं कि महिलाएं पीरियड्स के समय आने वाली समस्याओं को हल्के में नहीं लें। अगर पीरियड्स समय पर नहीं आते, तो यह शरीर में हार्मोनल असंतुलन और लिवर से जुड़ी समस्याएं उत्पन्न कर सकता है। एक रिपोर्ट के अनुसार, जिन महिलाओं के पीरियड्स अनियमित होते हैं, उन्हें नॉन-अल्कोहॉलिक फैटी लिवर डिजीज होने का खतरा ज्यादा होता है। यह स्थिति तब उत्पन्न होती है जब शरीर में एस्ट्रोजन और टेस्टोस्टेरोन का संतुलन बिगड़ता है।
समस्या का समाधान: पीरियड्स को नियमित रखने के उपाय
अगर आप भी अनियमित पीरियड्स से परेशान हैं, तो डॉक्टर द्वारा दिए गए कुछ उपायों को अपनाकर इस समस्या का समाधान किया जा सकता है।
- वजन नियंत्रण – अत्यधिक वजन बढ़ने से पीरियड्स में असामान्यताएं आ सकती हैं, इसलिए अपने वजन को नियंत्रित रखना जरूरी है।
- संतुलित आहार – शरीर को पर्याप्त पोषक तत्व मिलने चाहिए, जिससे हार्मोनल असंतुलन न हो।
- व्यायाम – नियमित रूप से व्यायाम करने से शरीर में रक्तसंचार सही रहता है और हार्मोनल असंतुलन को दूर करने में मदद मिलती है।
- नशीली पदार्थों से बचें – शराब, सिगरेट, और अन्य नशीली चीजों से बचें क्योंकि ये हार्मोनल असंतुलन को बढ़ाते हैं।
- विशेषज्ञ से परामर्श – पीरियड्स से संबंधित किसी भी समस्या के बारे में डॉक्टर से तुरंत परामर्श लें।
निष्कर्ष
पीरियड्स का समय पर न आना सिर्फ एक सामान्य समस्या नहीं है, बल्कि यह किसी गंभीर स्वास्थ्य समस्या का संकेत हो सकता है। इस लिए जरूरी है कि महिलाएं इस पर ध्यान दें और समय-समय पर डॉक्टर से सलाह लें। इसके साथ ही जीवनशैली में छोटे-मोटे बदलाव करके आप पीरियड्स को नियमित कर सकती हैं और इससे जुड़ी बीमारियों से बच सकती हैं।