वाल्मीकिनगर गंडक बराज से छोड़ा गया 1 लाख 60 हज़ार क्यूसेक पानी, जलस्तर में उतार-चढ़ाव से गंडक का तटबंधों पर तेज दबाव, कई घरों में घुसा पानी

वाल्मीकिनगर गंडक बराज से छोड़ा गया 1 लाख 60 हज़ार क्यूसेक पानी,  जलस्तर में उतार-चढ़ाव से गंडक का तटबंधों पर तेज दबाव, कई घरों में घुसा पानी

प•चम्पारण के वाल्मीकिनगर गंडक बराज से आज यानी सोमवार को  भी 1लाख 60 हजार क्यूसेक पानी गंडक नदी मे छोड़ा गया । जिससे गंडक नदी का जलस्तर मे अभी भी तटबंधो पर दबाव बढ़ा हुआ है । हालाकि जिला पदाधिकारी दिनेश कुमार राय ने कार्यपालक सहित सभी कनीय अभियंता को इसके सुरक्षा मे 24×7 ड्यूटी लगा हर पल की जानकारी जिला प्रशासन को देने को कहा है । 

वहीं योगापट्टी प्रखंड के 3 पंचायत के  एक दर्जन से  अधिक गांवो मे पानी फैला हुआ है ।गंडक नदी के उफान से योगापट्टी के सिसवा,  मंधातापुर ,गोडियाटोली, पूरबटोला , बीनटोली ,जबलपुर खुटवनिया ,बैसिया सहीत एक दर्जन से अधिक गावों में लोगों के घरों मे दो से तीन फिट पानी लगा हुआ है । 

पानी बढ़ने का अगर यहीं रफ्तार रहा तो अगले 24 घंटो मे सभी को गांव छोड़ना पड़ सकता है । वहीं लौरिया विधानसभा के भाजपा विधायक विनय बिहारी अपने बाढ ग्रस्त क्षेत्र योगापट्टी प्रखंड के कई गांवो का भ्रमण किया । भ्रमण के बाद बातचीत करते हुये कहा कि योगापट्टी प्रखंड के 5 पंचायत पूरी तरह से बाढ़ प्रभावित है और 7 आंशिक रुप से प्रभावित है । 

जिला प्रशासन पर आरोप लगाते हुये उन्होने कहा कि अभी तक यहां बाढ़ राहत कैंप शुरू नही हुआ है जिसकी सुचना हम ऊपर तक भेजेंगे । 

 कुछ ग्रामीण अपने बच्चों के साथ उसे स्थानो पर जा शरण लिये हुये है ।वहीं मधुबनी प्रखंड के नन्हा ढाला से लेकर नन्हा गांव तक नदी के दबाव के कारण 4 फिट पानी सडक पर बह रहा है जिससे जिला मुख्यालय व प्रखंड मुख्यालय का सम्पर्क टूट गया है।

 वहीं नेपाल से निकलने वाली सभी पहाड़ी नदिया का जलस्तर भी बढ़ा हुआ है । जिला प्रशासन द्वारा मार्किंग करा ऊंचे स्थानो व बाढ़ राहत कैंप मे जाने की सलाह दी जा रही है ।

 

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