वाल्मीकिनगर गंडक बराज से छोड़ा गया 4 लाख क्यूसेक पानी, दर्जनों गांवों का जिला मुख्यालय से संपर्क टूटा, रेस्क्यू के लिए बुलाई गयी एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीम
BETTIAH : तीन दिनों से लगातार हो रही कभी तेज तो कभी हल्की बारिश से पश्चिम चम्पारण जिला के गंडक नदी का जलस्तर बढ़ गया है। बगहा, पिपरासी, योगापट्टी प्रखंड के कई गांवों में बाढ़ का पानी प्रवेश किया । वाल्मीकिनगर गंडक बराज से आज 4 लाख क्यूसेक से अधिक पानी छोड़ा गया। वही कल से ही पिपरासी प्रखंड और बगहा दो के दर्जनो गांवों से गुजरने वाली सड़कों पर दो से तीन फ़ीट पानी बहने से जिला मुख्यालय का संपर्क टूट गया है।
बगहा दो के चकदहवा में कल से ही पचास से साठ लोग पानी से घिरे हुये है और लकड़ी का जुगाड़ कर किसी तरह से मचान बना उस पर बैठे है। गंडक के दियारा इलाके में अभी भी पानी बढ़ रहा है। नेपाल के तराई इलाके में भी लगातार बारिश होने से गंडक का जलस्तर काफी बढ़ गया है जिसके कारण गंडक बराज के सभी 36 फाटक को खोल दिया गया है। जिससे बगहा के लक्ष्मीपुर रमपुरवा गांव , झंडू टोला , चकदहवा , पिपरासी , ठकराहा सहित एक दर्जन से अधिक गांवों में बाढ़ का पानी प्रवेश कर गया है।
वही इसकी सूचना जिला पदाधिकारी, बगहा एसडीएम को दे तत्काल एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीम को बुलाया गया है। स्थानीय नागेन्द्र सिंह ने बताया की जिला पदाधिकारी के आदेश पर अभी एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीम आ रही है। पहले चकदहवा मे फंसे महिला व बच्चों को वहां से निकाला जायेगा। फिर दूसरे चरण में पुरुषों को निकाला जायेगा।
सभी बाढ़ पीड़ितों के लिये सूखा राशन की व्यवस्था की गई है। तत्काल वहां से लाकर बगहा में बने बाढ़ राहत शिविर में लाया जायेगा। जहाँ उनके खाने पीने की व्यवस्था की गई है। वही बगहा नगर परिषद के उपसभापति पति रविन्द्र प्रसाद ने बताया की बाढ़ में फंसे सभी लोगों को निकालने के लिये एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीम को बुलाया गया है। साथ ही सभी पीड़ितों के लिये नगर परिषद की तरफ से तत्काल चूडा गुड़ भेजा जा रहा है।
बेतिया से आशीष की रिपोर्ट