दरभंगा में ईद उल फितर में दिखा गंगा जमुनी तहज़ीब का नजारा, लोगों ने ईद की नमाज के बाद मां श्यामा मंदिर जाकर मांगी मन्नत
DARBHANGA : देशभर में गुरूवार को ईद उल फितर का जश्न मनाया जा रहा है. जहाँ दरभंगा में भी ईद का नमाज अदा किया गया. उसके बाद शहर के राज कैंपस स्थित श्यामा माई मंदिर परिसर में काफी भीड़ देखने को मिली. यह भीड़ देखने से गंगा जमुना तहज़ीब का असर दिखाई दे रहा था. जहाँ बड़ी संख्या में मुस्लिम समुदाय के लोग सुबह से ही मंदिर परिसर में पहुँच कर दुआ किया. साथ ही परिसर में स्थित तालाब में नौका का आनंद उठाया. जिसमें छोटे बच्चे , महिलाएं और युवाओं की तादाद ज्यादा थी.
वहीं श्यामा मंदिर घुमने आयें मो. अनवर अली ने बताया कि दरभंगा के अंदर बहुत भाईचारा है. जिसमें हिंदू मुस्लिम सभी पर्व मिलजुल कर बनाते हैं. मुस्लिम के त्यौहार में हिंदू भाई मस्जिद पहुंचते हैं और बधाई देते हैं और हम लोग भी आज ईद के मौके पर श्यामा मंदिर पहुंचकर दुआ किया. यहां घूम कर बहुत आनंद मिला है.
वहीं मंदिर घुमने आयें नगमा ने बताया की आज ईद के मौके पर पहली बार हमलोग मंदिर घुमने आयें है. शहर के प्रसिद्ध श्याम मंदिर और मनोकामना मंदिर परिवार के साथ घूमें हैं. यहां घूम कर अच्छा लगा. हमलोग पूरे परिवार भगवान स कुछ मन्नते भी मांगे. जो बता नहीं सकते. कई बार लोगों से सुना हैं की जो यहाँ से मन्नत मांगते है वो खाली हाथ नहीं जाते.
बिहार के दरभंगा में स्थित प्रसिद्ध श्यामा माई मंदिर का इतिहास बहुत पुराना है. यहां स्थित श्यामा माई का मंदिर महाराजा रामेश्वर सिंह की चिता पर बनाया गया है. जो अपने आप में असामान्य है. बता दें महाराजा रामेश्वर दरभंगा राज परिवार साधक राजाओं में थे. उन्हीं के नाम से मंदिर का नाम रामेश्वरी श्यामा माई रखा गया. इस मंदिर की स्थापना दरभंगा के महाराज कामेश्वर सिंह ने 1933 में की थी.
दरभंगा से मनान अहमद की रिपोर्ट